बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने 'नीच राजनीति' वाले बयान को लेकर कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करने का सिलसिला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि जो लोग गोदामों में अनाज सड़ने दे रहे हैं और राष्ट्रमंडल खेल में घोटाला कर रहे हैं, वे 'नीच राजनीति' कर रहे हैं।
बिहार के बगहा और बेतिया में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इस पार्टी (कांग्रेस) की स्थिति इतनी अधिक खराब हो गई है कि उसके लिए अमेठी (राहुल गांधी का चुनाव क्षेत्र) को बचाना मुश्किल हो रहा है और जब जनता का मूड बदल गया है, तब उन्हें पसीना बहाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
मोदी ने कहा कि गरीब व्यक्ति भी कोयले की चोरी नहीं करता, लेकिन यह सरकार कोयला भी खा गई... क्या यह 'नीच राजनीति' और 'नीच कर्म' नहीं है? उन्होंने कहा, नीच राजनीति क्या है? अनाज सड़ जाए और उसे चूहे खा जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अनाज को गरीबों में बांट दिया जाए। सरकार ने इसे नहीं माना, जबकि गरीब बच्चे तड़प रहे हैं। इसे बाद में शराब निर्माताओं को बेचा जाता है। यह नीच राजनीति है, नीच कर्म है...
मोदी ने कहा, कांग्रेस को गरीबों और पीड़ितों की परवाह नहीं है। कृष्ण और राम के समय से देश में रहने वाले आदिवासियों के बारे में आजादी के 50 वर्षों तक कांग्रेस को पता ही नहीं चला। जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी, तब आदिवासियों के कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाया गया। तब तक कांग्रेस को आदिवासियों की याद नहीं आई।
उन्होंने बीजेपी को किसानों की हितकारी बताते हुए कहा कि इस पार्टी की सरकार गरीबों की सुनेगी और गरीबों के लिए जीएगी। उन्होंने कहा कि आज किसानों की मेहनत के उचित दाम नहीं मिलते। बीजेपी के घोषणा पत्र में भी समर्थन मूल्य के लिए एक फॉर्मूला तय करने की बात कही गई है। केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने का दावा करते हुए मोदी ने कहा कि यूपीए में शामिल कई दलों का इस चुनाव में खाता नहीं खुल पाएगा।
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