कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आदर्श घोटाले के आरोपी अशोक चव्हाण से सम्मानित किए जाने पर सवाल उठे हैं। महाराष्ट्र में विपक्ष पूछ रहा है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राहुल की कथनी और करनी में अंतर क्यों है?
कांग्रेस की महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुई रैली के दौरान पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गाँधी का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और आदर्श घोटाले में आरोपी अशोक चव्हाण ने फूलमाला से स्वागत किया। औरंगाबाद में रैली करने पहुंचे राहुल गांधी को अशोक चव्हाण ने सम्मानित किया।
चव्हाण को कांग्रेस ने आदर्श घोटाले में दागदार होने की वजह से मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था। और तो और राहुल ने आदर्श जांच आयोग की उस रिपोर्ट को स्वीकारने को कहा था जो अशोक चव्हाण की तरफ इशारा कर रही है। इस सब के बावजूद अशोक चव्हाण को साथ बिठाकर राहुल विरोधियों को कोस रहे थे।
इस मामले में विपक्षी दल भाजपा के नेता विनोद तावड़े ने कहा कि आदर्श कमीशन ने अशोक चव्हाण को क्विड प्रो क्यो के तहत दोषी माना था। उस बावजूद राहुल गांधी उन भ्रष्टाचारियों के हाथों से स्वागत का हार स्वीकारते हैं। इससे पता चलता है की वह भ्रष्टाचारिओं को साथ लेकर चुनाव प्रचार करना चाहते हैं।
अशोक चव्हाण कांग्रेस के ऐसे एकमात्र नेता हैं जो अपने जिलों से सभी सात विधायक जिताकर लाए हैं। और विलासराव देशमुख के बाद कांग्रेस को मराठवाड़ा में नेतृत्व का खालीपन सता रहा है। अशोक चव्हाण कांग्रेस के लिए मज़बूरी बने हैं। आखिर चुनाव जीतने जिताने की ताक़त बाकी मुद्दों से बड़ी जो हो चली है।
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