बीजेपी के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर हमला जारी रखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग को लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की और उन पर धर्म के नाम पर वोट मांगकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने मोदी की गिरफ्तारी की अपनी मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि जो शख्स ऐसी भाषा बोलता है, उसे प्रधानमंत्री बनने का कोई हक नहीं है। उसे रस्सी से बांध कर जेल में डाल दिया जाना चाहिए। दूसरे जो भी कहें हम ये बात रिकॉर्ड पर कह रहे हैं कि उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
बांग्लादेश की सीमा से लगे उत्तरी 24 परगना जिले के बोनगांव में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, 'जो व्यक्ति नस्ली दंगों की बात कर रहा हो उसे प्रधानमंत्री बनने का कोई अधिकार नहीं है। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इसके बजाय उनकी कलाइयों को रस्सी से बांधकर उसे जेल भेज देना चाहिए। उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।'
ममता ने रैली में मोदी का नाम लिए बिना कहा, 'वह (मोदी) गैस का गुब्बारा बन गए हैं। मुक्का मारो तो गैस बाहर निकल आएगी और गुब्बारा पिचक जाएगा।'
तृणमूल के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस ने आज चुनाव आयोग को लिखकर धर्म के नाम पर वोट मांगने के कारण सांप्रदायिक गड़बड़ी फैलाने और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए मोदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।' उन्होंने कहा कि तृणमूल ने उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में आज मोदी की रैली की फुटेज प्राप्त कर ली है। इस रैली में लगे बैनर में उनके चित्र की पृष्ठभूमि में पूजा स्थली के चित्र हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कल मोदी पर असम के बीटीएडी (बोडो क्षेत्रीय प्रशासनिक जिलों) क्षेत्र में स्थिति को बिगाड़ने का आरोप लगाया गया था, जहां हिंसा के कारण 34 लोगों की जान गई थी। उन्होंने आज गुजरात के मुख्यमंत्री पर बंगाल में बंगालियों एवं गैर बंगालियों को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
ममता ने गैर कानूनी बांग्लादेशी घुसपैठियों संबंधी उनकी टिप्पणी का उल्लेख नहीं किया लेकिन कहा, ‘‘उन्हें छूकर देखिये और आपको पता चल जायेगा। हम पुरजोर लड़ाई लड़ेंगे।' तृणमूल प्रमुख ने कहा, ‘‘(मोदी) बंगाल के लोगों का अपमान कर रहे हैं।' इससे पहले भी वह यह दावा कर चुकी हैं कि मोदी इतिहास नहीं जानते।
उन्होंने कहा था, 'वह यह नहीं जानते कि बांग्ला बोलने से कोई बांग्लादेशी नहीं हो जाता। मोदी बंगालियों और गैर बंगालियों को बांटना चाहते हैं। भारत भर में बांग्ला बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को बांग्लादेशी बता दिया जाता है। यह भेदभाव है।'
बांकुड़ा में नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को नाटकबाज़ बताया था और कहा था कि बांग्लादेशियों को भगाने की बात कहने में कोई हर्ज नहीं।
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