अपने सबसे पुराने सहयोगी के साथ टकराव की मुद्रा अपनाते हुए भाजपा ने गुरुवार को शिवसेना को अल्टीमेटम के स्वरों में कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के फार्मूले पर सहमति जताए अन्यथा गठबंधन टूटने के लिए तैयार रहे।
भाजपा ने इस बार अपनी मांग बढ़ाते हुए राज्य विधानसभा की 288 में से 135 सीटों पर लड़ने की पेशकश की है, जिसे शिवसेना ने ठुकरा दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को इस बात से अवगत करा चुके हैं कि वह आज शाम तक इस बात का फैसला कर ले कि क्या वह 'आपसी सहमति एवं सम्माजनक ढंग से' सीट बंटवारे के फार्मूला को अपनाने के लिए सहमत हैं।
भाजपा का यह अल्टीमेटम अमित शाह की आज सुबह महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुई दो टूक बातचीत की पृष्ठभूमि में आया है। इस बातचीत में कहा गया कि आत्मसम्मान की कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
भाजपा के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि पार्टी इस बात को लेकर खिन्न है कि 25 साल से सहयोगी रही शिवसेना ने इस बार अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के बारे में उसके प्रस्ताव पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 119 और शिवसेना ने 169 सीटों पर चुनाव लड़ा था। बहरहाल, इस बार गठबंधन महायुति का आधार बढ़ गया है क्योंकि इसमें चार अन्य पार्टियां आरपीआई (अठावले), राष्ट्रीय समाज पक्ष, स्वाभिमानी शेतकारी पक्ष एवं लोकसंग्राम शामिल हो गयी हैं।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी उद्धव के उत्तर की प्रतीक्षा कर रही थी और उसने निर्णय किया कि अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी जाये क्योंकि समय निकला जा रहा है। पार्टी इस बात से विशेष तौर पर खिन्न है कि जब से 135 सीटों की मांग उद्धव से की गई है, उन्होंने न तो कोई उत्तर दिया और न ही भाजपा नेतृत्व के साथ कोई संवाद किया।
वास्तव में भाजपा की मांग का सीधे कोई उत्तर दिए बिना ठाकरे ने इस सप्ताह के शुरू में सार्वजनिक तौर पर इसे खारिज कर दिया।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि वे गठबंधन के लिए इच्छुक हैं लेकिन पार्टी अनंतकाल तक प्रतीक्षा नही कर सकती। कोई निर्णय किया जाना चाहिए क्योंकि गठबंधन के सीट बंटवारा फार्मूले के आधार पर ही रणनीति तैयार की जाएगी।
पार्टी द्वारा आज दिए गए इस अल्टीमेटम से पहले कल रात मुंबई में भाजपा के कोर ग्रुप के बीच विस्तृत विचार विमर्श किया गया। इसमें भाजपा प्रमुख अमित शाह, केन्द्रींय मंत्री नितिन गडकरी, पार्टी महासचिव एवं महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी, भाजपा राज्य चुनाव प्रभारी ओम माथुर एवं राज्य नेताओं ने भाग लिया।
समझा जाता है कि कोर ग्रुप की बैठक में भाजपा के चुनाव में अकेले उतरने की स्थिति के लिए 'प्लान बी' पर भी विचार विमर्श हुआ।
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