नई दिल्ली : किरण बेदी भले ही आईपीएस अधिकारी रही हों, लेकिन चुनावी माहौल में सुरक्षा का ध्यान रखना शायद ज़रूरी न लगता हो। शुक्रवार सुबह एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी ने अपनी खुली जीप पर एक बच्चे को खतरनाक तरीके से बिठा रखा था।
दक्षिणी दिल्ली में प्रचार के दौरान बेदी शायद खुद को रोक नहीं पाईं, और बच्चों को गाड़ी पर खींच लिया। जंगपुरा इलाके में प्रचार के दौरान बेहद धीमी गति से चलती जीप पर उन्होंने कम से कम तीन बच्चों को ऊपर खींचा, और उनमें से दो को जीप के बोनट पर भी बिठाया। उनकी टीम के लोग भौंचक्के थे, और 'संभलकर...' बोलते रहे, हालांकि बच्चों के मां-बाप ने कोई विरोध नहीं किया। तीन बच्चों के बाद किरण बेदी की टीम के लोगों ने ही उन्हें इसके लिए हतोत्साहित किया।
65-वर्षीय किरण बेदी करीब ढाई साल पुरानी आम आदमी पार्टी के मुकाबले मैदान में हैं, और उन पर आम आदमी पार्टी ने यह कहते हुए वोटरों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है कि पूर्वी दिल्ली की एक चुनावी सभा में उन्होंने एक महिला को मोतियों की माला दी थी। दिल्ली विधानसभा के लिए 7 फरवरी को चुनाव मतदान होना है, जिसका नतीजा 10 फरवरी को आएगा।
यह चुनाव बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती हैं, लिहाजा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक कर उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी हैं। इसके तहत पार्टी के वरिष्ठ नेता रैलियां करेंगे, इसके अलावा पीएम मोदी भी चार रैलियों को संबोधित करेंगे।
किरण बेदी को कुछ ही दिन पहले पार्टी में शामिल कर सीएम पद का उम्मीदवार बनाया गया है, जिसका पार्टी के कई नेताओं ने विरोध भी किया। इस पूरे कैम्पेन पर नज़र रखने का जिम्मा अरुण जेटली को दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, वह चुनावी सभाओं में किरण बेदी को लेकर दिख रहे कम उत्साह से भी चिंतिंत हैं, जो कई जगहों पर केजरीवाल की सभाओं में जुट रही भारी भीड़ के मुकाबले काफी कम रहा।
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