भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले महीने होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों की तैयारियों में पूरे जोर-शोर से जुट गई है। पार्टी ने अपने लिए 'मिशन 60 प्लस' तय किया है जिसका मकसद हरियाणा की कम से कम 60 विधानसभा सीटें हासिल करना है।
भाजपा के चुनाव अभियान संचालकों ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर अपने पहले के 'मिशन 46 प्लस' में संशोधन कर उसे 'मिशन 60 प्लस' कर दिया। पार्टी ने पहले अपना मिशन 46 प्लस यह सोच कर रखा था कि हरियाणा में सरकार बनाने के लिए कम से कम 46 विधानसभा सीटों की जरूरत होती है।
भाजपा ने 15 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में अकेले दम पर राज्य की सभी 90 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है।
साल 2000 में भाजपा के छह, 2005 में दो और 2009 में महज चार विधायक थे, लेकिन अब पार्टी राज्य की सत्ता कांग्रेस से छीनने की कोशिश में है। हरियाणा में पिछले दो बार से कांग्रेस की सरकार है।
हरियाणा में भाजपा विधायक दल के नेता और अंबाला कैंट के विधायक अनिल विज ने कहा, 'लोगों ने लोकसभा चुनावों में हमें भरपूर समर्थन दिया। वे राज्य में कांग्रेस के उस शासन से तंग आ चुके हैं जिसने भ्रष्टाचार, भूमि घोटालों, खराब कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और असंतुलित विकास की वजह से राज्य को पीछे धकेल दिया है। हुड्डा सरकार की उपलब्धियों के नाम पर यही है।'
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