![भाजपा में विकल्पों की समीक्षा, शिवसेना के पसीने छूटे, कैसे? पढ़ें... भाजपा में विकल्पों की समीक्षा, शिवसेना के पसीने छूटे, कैसे? पढ़ें...](https://i.ndtvimg.com/mt/2014-10/uddhav_thackeray_360x270.jpg?downsize=773:435)
महाराष्ट्र में के चुनावी नतीजों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी लेकिन, बहुमत से 22 सीटें पीछे रह गई, वहीं पार्टी की पुरानी सहयोगी शिवसेना 63 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही है।
इस पूरे नतीजों में जहां भाजपा को अब किसी सहयोगी की दरकार दिखाई दे रही है वहीं, शिवसेना जो भाजपा की 25 साल तक सहयोगी रही ने, अब ज्यादा मांगने की स्थिति में नहीं है।
इसका कारण यह है कि एनसीपी ने अपनी तरफ से भाजपा की सरकार को बाहर से समर्थन देने की घोषणा कर दी है। इससे माना जा रहा है कि शिवसेना को दबाव बनाने का मौका नहीं मिल रहा है। इस चुनाव में एनसीपी के पास 41 सीटें हैं और भाजपा को बहुमत के लिए मात्र 22 सीटों की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि अन्य के पास भी 19 सीटें है।
शिवसेना ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है, अगर कोई प्रस्ताव आएगा तब वह उस पर बात करेगी।
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