भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर फर्जी कंपनियों से चंदा लेने का आरोप लगाया। दरअसल 'आप' से ही अलग हुए एक स्वयंसेवी समूह ने आज आरोप लगाया कि केजरीवाल नीत पार्टी ने पिछले साल 'संदिग्ध' कंपनियों से दो करोड़ रुपये का चंदा लिया था। हालांकि आप ने इस आरोप का खंडन करते हुए केंद्र को चुनौती दी कि वह सीबीआई सहित किसी भी केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच का आदेश दे सकती है।
बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा, 'एक ही निदेशक के नाम से चल रही चार फर्जी कंपनियों में से आम आदमी पार्टी ने 10-11 दिनों की अवधि के दौरान प्रत्येक कंपनी से 50 लाख रुपये का चंदा लिया।' उन्होंने कहा, 'इन कंपनियों को कोई फायदा नहीं हुआ है। नियमों के मुताबिक एक कंपनी अपनी औसत वार्षिक आय का 7.5 फीसदी और तीन साल का कर राजनीतिक चंदे के रूप में दे सकती है।' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'जब उन कंपनियों को कोई फायदा ही नहीं हुआ था, तो वह चंदा कैसे दे सकती हैं।'
वहीं भाजपा नेता और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'आम आदमी पार्टी फर्जी कंपनियों से चेक ले रही है, जिन्हें नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए शुरू किया गया था।' सीतारमण ने कहा, आप जब तक विस्तृत जवाब नहीं देते, दूसरी राजनीतिक पार्टियों को यह बताना बंद करें कि आप कितने नैतिक है।
इस संबंध में आप ने आरोप लगाया कि यह सात फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले उसकी छवि खराब करने की साजिश है। पार्टी ने सरकार को चुनौती दी कि वह अपनी किसी भी एजेंसी से इसकी जांच करा कर सकती है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह साजिश है। उन्होंने कहा कि हम सरकार को आमंत्रित करते हैं कि वह सीबीआई, ईडी, आईबी, पुलिस, सेना में से किसी भी एजेंसी से सात फरवरी के चुनाव के पहले जांच का आदेश दे।
यादव ने कहा कि आप ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी चंदे चैक के जरिए लिए हैं और वह लेनदेन के लिए पैन कार्ड के ब्यौरे पर भी जोर देती है।
आरोपों के बारे में पूछे जाने पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हमने सभी चंदे चैक से लिए हैं...। केंद्र में बीजेपी की सरकार है। इसकी जांच करा ली जाए। अगर कुछ भी गडबड़ी मिली तो कृपया मुझे दंडित करिए।'
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