
आम आदमी पार्टी के विधायकों के परफॉर्मेंस का कराया गया सर्वे. तस्वीर: अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली:
करीब 53.4 फीसदी रह गया है. जहां 2015 में 70 में से केवल 14 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज थे, वहीं 2017 में ये बढ़कर 39 हो गए. हालांकि आम आदमी पार्टी का ये आरोप रहा है कि बीजेपी जानबूझकर उनके विधायकों पर एक के बाद मामले दर्ज करा रही है.
ये भी पढ़ें : सामाजिक कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री तक का सफर, कुछ ऐसा रहा करियर केजरीवाल का
विधानसभा में 2016 और 2017 में मुद्दा उठाने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक मोहिंदर गोयल का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा जबकि आम आदमी पार्टी के विधायक सहीराम पहलवान का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.
ये भी पढ़ें : बवाना उपचुनाव पर पीएम नरेंद्र मोदी की नजर, केजरीवाल का भविष्य भी दांव पर
इस साल 7 ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने इस साल कोई विषय ही विधानसभा में नहीं उठाया. इनमें से भी रघुविंदर शौकीन और इशाक दो ऐसे विधायक है, जिन्होंने दो साल से एक भी सवाल विधानसभा में नहीं पूछा.
वीडियो: अरविंद केजरीवाल ने लॉन्च किया RTI ऑनलाइन पोर्टल
इसी तरह विधायकों के विधानसभा में उठाए दाने वाले मुद्दों में भी कमी देखी गई..पिछले साल विधानसभा में 951 मुद्दे विधानसभा में उठाया गया वहीं इस साल 926 मुद्दे उठाए गए. प्रजा फाउडेंशन ने पाया कि आम आदमी पार्टी के मोहिंदर गोयल, भावना गौड़ और बीजेपी के जगदीश प्रधान ने सबसे ज्यादा मुद्दे विधानसभा में उठाया. जबकि सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में आम आदमी पार्टी के सहीराम, ऱितुराज गोविंद और दिनेश मोहानिया शामिल हैं. प्रजा फाउंडेशन की सहायक प्रबंधक अंजली श्रीवास्तव ने कहा कि विधायकों को आत्मविश्लेषण की जरूरत है.
ये भी पढ़ें : सामाजिक कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री तक का सफर, कुछ ऐसा रहा करियर केजरीवाल का
विधानसभा में 2016 और 2017 में मुद्दा उठाने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक मोहिंदर गोयल का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा जबकि आम आदमी पार्टी के विधायक सहीराम पहलवान का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.
ये भी पढ़ें : बवाना उपचुनाव पर पीएम नरेंद्र मोदी की नजर, केजरीवाल का भविष्य भी दांव पर
इस साल 7 ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने इस साल कोई विषय ही विधानसभा में नहीं उठाया. इनमें से भी रघुविंदर शौकीन और इशाक दो ऐसे विधायक है, जिन्होंने दो साल से एक भी सवाल विधानसभा में नहीं पूछा.
वीडियो: अरविंद केजरीवाल ने लॉन्च किया RTI ऑनलाइन पोर्टल
इसी तरह विधायकों के विधानसभा में उठाए दाने वाले मुद्दों में भी कमी देखी गई..पिछले साल विधानसभा में 951 मुद्दे विधानसभा में उठाया गया वहीं इस साल 926 मुद्दे उठाए गए. प्रजा फाउडेंशन ने पाया कि आम आदमी पार्टी के मोहिंदर गोयल, भावना गौड़ और बीजेपी के जगदीश प्रधान ने सबसे ज्यादा मुद्दे विधानसभा में उठाया. जबकि सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में आम आदमी पार्टी के सहीराम, ऱितुराज गोविंद और दिनेश मोहानिया शामिल हैं. प्रजा फाउंडेशन की सहायक प्रबंधक अंजली श्रीवास्तव ने कहा कि विधायकों को आत्मविश्लेषण की जरूरत है.