
Virat Kohli: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को साथी खिलाड़ी 'चीकू' (Cheeku)कहकर संबोधित करते हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 'चीकू' नाम उन्हें परिवारजनों ने नहीं दिया था बल्कि क्रिकेट खेलने के दौरान उन्हें यह संबोधन मिला. इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) के साथ इंस्टाग्राम लाइव (Instagram Live) के दौरान विराट ने उन्हें 'चीकू' का नाम मिलने से जुड़ी कहानी का खुलासा किया. विराट ने बताया कि जब वे दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे थे तब उनके पूर्व कोच ने उन्हें 'चीकू' नाम दिया था. विराट ने उन्हें यह नाम दिए जाने का कारण भी बताया.
कोहली ने पीटरसन को बताया कि 'यह उन दिनों की बात है जब मैं रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की ओर से क्रिकेट खेल रहा था. उस समय मैं गोलमटोल था और मेरे भरे हुए गाल थे. उस समय मुझे लगा कि मेरे बाल झड़ रहे हैं, ऐसे में बालों को बेहद छोटा-छोटा करा लिया. मेरे कान बड़े-बड़े थे, ऐसे में मैं फनी लग रहा था.' विराट ने बताया कि उस समय कॉमिक बुक चंपक आया करती थी और उसका कैरेक्टर चीकू बेहद लोकप्रिय था. यह कैरेक्टर चीकू नाम का खरगोश था जिसके बड़े-बड़े थे. ऐसे में मेरे कोच में मुझे 'चीकू' कहकर बुलाना शुरू कर दिया. जल्द ही यह नाम चर्चा में आ गया. विराट ने बताया कि इस नाम को लोकप्रिय बनाने को श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को जाता है जो स्टंप के पीछे से मुझे 'चीकू' कहकर पुकारते थे. मसलन-चीकू आगे आ जाओ, यहां फील्डिंग करो बगैरह..स्टंप पर लगे माइक के कारण यह नाम और मशहूर हो गया और सब जगह फैल गया. विराट ने बताया कि अब लोग मुझे विराट कम और चीकू कहकर ज्यादा बुलाते हैं. उन्होंने कहा, 'जब मैं बाहर जाता हूं तो लोग मुझे चीकू या विराट कहकर बुलाते हैं.'
बातचीत के दौरान कोहली (Virat Kohli) ने एमएस धोनी (MS Dhoni) और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) को ऐसा बल्लेबाज बताया है जिनके साथ बल्लेबाजी करने का भरपूर मजा लेते हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 सैकड़े जड़ चुके विराट के अनुसार, मैं ऐसे प्लेयर के साथ बैटिंग करना पसंद करता हूं जो तेज दौड़ते हैं और हरदम रन भागने को तैयार रहते हैं. जब मैं देश के लिए खेलता हूं तो एमएस धोनी और अन्य स्थितियों में खेलते हुए एबी वह शख्स हैं. गौरतलब है कि एबी डिविलियर्स इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में विराट की ही टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिए खेलते हैं. टीम इंडिया के कप्तान ने क्रिकेट करियर के सबसे खराब लम्हे और खेल से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी बातचीत की.
विराट ने वर्ष 2014 के अपने इंग्लैंड दौरे को अपने क्रिकेट का सबसे खराब दौर बताया. इस दौरे के पांच टेस्ट मैचों में वे बल्ले से बुरी तरह फ्लॉप हुए थे और इंग्लैंड के स्विंग गेंदबाज जेम्स एंडरसन की गेंदों पर आउट हो रहे थे. ऐसा लग रहा था कि विराट बल्लेबाजी करना ही भूल गए हैं और रन बनाने के लिए नहीं बल्कि आउट होने के लिए बल्लेबाजी करने पहुंच रहे हैं. इंग्लैंड के उस टूर में विराट ने 14 रन के आसपास की औसत से रन बनाए थे, वे इस दौरे में कोई अर्धशतक भी नहीं बना पाए थे.
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