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IND vs ENG: "रिप्लेसमेंट के लिए मैच रेफरी के पास एक नाम भेजा..." मोर्ने मोर्कल ने किया खुलासा, बताया कैसे हर्षित राणा बने कनकशन सब्स्टीट्यूशन

Morne Morkel on Harshit Rana concussion substitution: भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल चौथे टी20 मैच के दौरान शिवम दुबे के कनकशन विकल्प के रूप में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हर्षित राणा को लाने के फैसले का बचाव किया है.

IND vs ENG: "रिप्लेसमेंट के लिए मैच रेफरी के पास एक नाम भेजा..." मोर्ने मोर्कल ने किया खुलासा, बताया कैसे हर्षित राणा बने कनकशन सब्स्टीट्यूशन
Morne Morkel: मोर्ने मोर्कल ने बताया क्यों हर्षित राणा को बनाया गया कनकशन सब्स्टीट्यूशन

Morne Morkel Reaction on Harshit Rana: भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में हुए चौथे टी20 में मेहमान टीम को 15 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही इंग्लैंड पांच मैचों की सीरीज 3-1 से गंवा चुकी है. इस मुकाबले में  शिवम दुबे की जगह कनकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर हर्षित राणा को खिलाने को लेकर काफी बवाल हुआ. हालांकि, भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने मैच रेफरी के इस फैसले का बचाव किया है. बता दें, मैच रेफरी का यह फैसला इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर को पसंद नहीं आया. मैच के बाद बटलर ने सवाल किया था कि क्या राणा दुबे के समान रिप्लेसमेंट थे.

शिवम दुबे, जिन्होंने अहम समय पर आकर अर्द्धशतकीय पारी खेली, उन्हें भारतीय पारी के आखिरी ओवर में हेलमेट पर गेंद लगी थी. हालांकि, जरुरी कनकशन टेस्ट के बाद उन्हें पारी खेलने की अनुमति मिली, लेकिन वह बाद में फील्डिंग के लिए नहीं आए और उनकी जगह हर्षित को मौका दिया गया. शिवम दुबे को हल्का सिरदर्द हो रहा था, जिसके कारण भारत को कन्कशन विकल्प का अनुरोध करना पड़ा. इस प्रक्रिया को समझाते हुए मोर्कल ने कहा कि अंतिम निर्णय टीम के नियंत्रण से परे था.

पुणे में भारत की जीत के बाद मोर्ने मोर्कल ने कहा,"शिवम जब पारी खेलकर मैदान से बाहर आए, तब उनके सर में हल्का दर्द था. हमने उपयुक्त रिप्लेसमेंट के संदर्भ में मैच रेफरी के पास एक नाम भेजा और वहां से निर्णय लेना मैच रेफरी पर निर्भर है."

उन्होंने यह भी बताया कि राणा को कितनी जल्दी हस्तक्षेप करना पड़ा. मोर्कल ने कहा,"फैसला हो चुका था, हर्षित डिनर कर रहा था और उसे मैदान पर उतरने और गेंदबाजी करने के लिए खुद को जल्द से जल्द तैयार करना था. मुझे लगा कि उसने बहुत अच्छा काम किया है."

इस बात पर जोर देते हुए कि भारत ने आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज ने दोहराया कि अंतिम निर्णय मैच रेफरी का था. उन्होंने बताया,"यह शक्तियां मेरे हाथ में नहीं हैं. मैच रेफरी निर्णय लेता है. हम केवल नाम आगे ले सकते हैं, और वहां से, यह हमारे हाथ से बाहर है.  हमें इसके साथ जाने के लिए हरी झंडी मिल गई है."

आधिकारिक मंजूरी के बावजूद, बटलर खुश नहीं थे, उन्होंने तर्क दिया कि हर्षित राणा, एक विशेषज्ञ तेज गेंदबाज, शिवम दुबे के लिए एक समान रिप्लेसमेंट नहीं था, जो मुख्य रूप से एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर है. कनकशन सब्स्टीट्यूशन ने मैच में विवाद खड़ा किया, इंग्लैंड ने इसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाया. हालांकि, मैच रेफरी की मंजूरी के साथ, राणा ने मैदान संभाला और गेंद फेंकी.

हर्षित राणा ने गेंदबाजी के लिए आते ही खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपना पहला विकेट लिया. उन्होंने पारी के 12वें ओवर में लियाम लिविंगस्टोन को आउट किया. लिविंगस्टोन 13 गेंदों पर सिर्फ नौ रन बनाकर पवेलियन लौट गए. अपने दूसरे ओवर में, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 18 रन दिए, जहां उप-कप्तान और दाएं हाथ के बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने उन पर दो छक्के और एक चौका लगाया.

23 वर्षीय खिलाड़ी ने तीसरे ओवर में इंग्लैंड के बाएं हाथ के बल्लेबाज जैकब बेथेल को आउट किया, जिन्होंने नौ गेंदों पर सिर्फ छह रन बनाए. अपने स्पेल के आखिरी ओवर में तेज गेंदबाज ने सिर्फ छह रन दिए और अपने स्पेल की आखिरी गेंद पर जेमी ओवरटन का विकेट लिया. हर्षित राणा ने 4-0-33-3 के आंकड़े के साथ अपना स्पेल समाप्त किया. वहीं हर्षित से पहले शिवम दुबे ने अपना जलवा दिखाया था. शिवम दुबे ने 34 गेंदों पर 53 रन बनाए. अपनी पारी के दौरान उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के जड़े.

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