
India vs India 'A': टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) निजी कारणों से भले ही स्वदेश लौट आए हों, लेकिन 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया की तैयारी एकदम जोरों पर है. तैयारी के आखिरी राउंड के तहत शुक्रवार को बेकेनहम में भारत और भारत 'ए' के बीच चारदिनी प्रैक्टिस मैच शुरू हो गया. टीम इंडिया की कप्तानी शुभमन गिल (Shubman Gill) कर रहे हैं, तो भारत 'ए' की कमान अभिमन्यु ईश्वरन के हाथों में है. यह मैच उन खिलाड़ियों के लिए बहुत ही अहम हो सकता है, जो इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ खेले गए दो अनधिकृत टेस्ट मैचों के लिए भारत 'ए' टीम का हिस्सा नहीं थे. एक और अहम बात यह है कि ठीक पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे की तरह हेड कोच गौतम गंभीर ने इस मैच को 'क्लोज्ड डोर' तक सीमित रखा है. मतलब रणनीति के तहत न ही इस मैच को देखने दर्शक ही स्टेडियम आ पाएंगे और न ही इसकी कवरेज ही होगी.
IND vs ENG: 'पिच ऐसी हो जो...' इंग्लैंड के पिच क्यूरेटर से गौतम गंभीर ने रखी यह डिमांड
🚨BCCI banned the live telecast of India vs India A match 🚨
— Abhishek Bharati (@TECxBEN) June 13, 2025
- Closed Intra squad game. No vision access to Media/Broadcast. On the final day of the squad game, a player/member of support staff will be made available to the media,"A BCCI official said in a statement. pic.twitter.com/7FLtCaZESa
इस वजह से लिया गौतम ने फैसला
जानकारी के अनुसार, 'गंभीर ने विरोधी टीम यानी इंग्लैंड को किसी भी रणनीतिक आइडिया लेने से रोकने के लिए इस 'क्लोज्ड डोर सेशन' की मांग की थी. यह एक ऐसी स्थापित प्रैक्टिस है, जिसका इस्तेमाल यूरोपीय फुटबॉल क्लब करते रहे हैं.' लेकिन यह भी एक सवाल है कि आखिर क्रिकेट के मैच में इस तरह के अभ्यास से आखिर क्या फायदा है
क्रिकेट में यह प्रैक्टिस कितनी प्रासंगिक?
हालांकि, क्रिकेट के लिहाज से क्लोज्ड डोर सेशन काफी अटपटा लगता है. और फुटबॉल से इसकी तुलना नहीं ही हो सकती है. 90 मिनट वाले तेज-तर्रार फुटबॉल के खेल में इसकी प्रासंगिकता है क्योंकि यहां टीम पूरी तरह कोच की रणनीति पर निर्भर करती है. फुटबॉल से उलट क्रिकेट खेल कहीं ज्यादा खुला हुआ और पांच दिन चलने वाला खेल है. ऐसे में विरोधी टीम आपकी कौन सी ऐसी रणनीति का 'हरण' कर लेगी, जो आपको भारी पड़ जाएीग. बहरहाल, कोच मॉर्न मॉर्कल ने बुधवार को कहा, 'गेंदबाजी के लिए दमखम बनाना और दिन भर में 90 ओवर फील्डिंग करना सामान्य नेट सेशन से एकदम अलग काम है.'
दो बार मिलेगी बैटिंग !
भारतीय खिलाड़ियों के बीच इस चारदिनी प्रैक्टिस मैच को आधिकारिक फर्स्ट क्लास दर्जा नहीं दिया गया है. लेकिन इस मैच में अगर कोई बल्लेबाज सस्ते में आउट हो जाता है, तो उसे दोबारा मौका मिलेगा. चार दिन के इस मुकाबले में कुल 360 ओवर की गेंदबाजी होगी . और इससे प्रबंधन को अपने गेंदबाजों से गेंदबाजी कराने का पर्याप्त मौका मिलेगा.