विज्ञापन

IND vs AUS: " यह उनके दिमाग में..." रवि शास्त्री की भविष्यवाणी, बताया 36 रन पर ऑल-आउट होने का क्या होगा असर

India vs Australia Pink Ball Test, Ravi Shastri: भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि 2020 में एडीलेड में भारत का अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमटना अब इतिहास की बात है लेकिन टीम इंडिया शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब दिन-रात्रि के टेस्ट में उतरेगी तो यह बात खिलाड़ियों के दिगाम में रहनी चाहिए.

IND vs AUS: " यह उनके दिमाग में..." रवि शास्त्री की भविष्यवाणी, बताया 36 रन पर ऑल-आउट होने का क्या होगा असर
India vs Australia 2nd Test: मुझे नहीं लगता कि 2020 की एडीलेड की हार का गुलाबी गेंद के टेस्ट पर असर होगा: शास्त्री
नई दिल्ली:

Ravi Shastri on ghosts of Adelaide 36 All out: भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि 2020 में एडीलेड में भारत का अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमटना अब इतिहास की बात है लेकिन टीम इंडिया शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब दिन-रात्रि के टेस्ट में उतरेगी तो यह बात खिलाड़ियों के दिगाम में रहनी चाहिए. शास्त्री उस सीरीज में भारत के कोच थे. विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम एडीलेड टेस्ट की दूसरी पारी में अपने सबसे कम 36 रन के स्कोर पर सिमट गई थी जिसे ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से जीता. भारत की इस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया को सीरीज जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन मेहमान टीम ने शानदार वापसी करते हुए चार टेस्ट मैचों की सीरीज 2-1 से जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर फिर कब्जा जमाया.

रवि शास्त्री ने आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) रिव्यू से कहा,"मुझे नहीं लगता कि यह (एडीलेड में हार) कोई भूमिका निभाएगा लेकिन यह उनके दिमाग में होना चाहिए क्योंकि आप जानते हैं कि गुलाबी गेंद से चीजें बहुत तेजी से होती हैं." पांच मैच की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा भारत शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में मेजबान टीम से भिड़ेगा.

शास्त्री ने कहा,"आपने महसूस किया होगा कि खेल के एक सत्र में अगर चीजें आपके अनुकूल नहीं होती और गेंदबाजी अच्छी होती है तो चीजें तेजी से हो सकती हैं." शास्त्री ने कहा कि मैच में भारत की हार एक अजीब बात थी और उन्होंने अपने चार दशक के क्रिकेट में कभी गेंद को बल्ले का किनारा लेकर इतनी बार फील्डर के पास जाते नहीं देखा. उन्होंने कहा,"उन 36 रन के बाद हमने जो किया - जैसा कि मैंने उस समय कहा था - मैंने पहले कभी नहीं देखा था और मैंने ड्रेसिंग रूम में भी यही कहा था. मैंने खेलने के प्रयास में चूकने की जगह इतनी अधिक बार खेलने का प्रयास करते हुए बल्ले का किनारा लेते हुए नहीं देखा था."

शास्त्री ने कहा,"और मैंने लगभग 40 वर्षों तक क्रिकेट देखा है. और ईमानदारी से कहूं तो वह एक ऐसा सत्र था जिसमें शायद ही कोई खिलाड़ी खेला और गेंद को खेलने से चूका. अगर उसने कुछ भी किया तो गेंद बल्ले के किनारे पर जा लगी. गेंद बल्ले पर लगने से चूक नहीं रही थी. आप जानते हैं, गेंदबाज (दुर्भाग्यशाली) होते है... उस दिन यह सिर्फ बल्लेबाजों का दुर्भाग्य था."

भारत ने मेलबर्न में सीरीज बराबर की और सिडनी में संघर्षपूर्ण ड्रॉ खेला. चोटों से परेशान मेहमान टीम ने अजिंक्य रहाणे की अगुआई में ब्रिसबेन में सनसनीखेज जीत हासिल कर सीरीज में ऐतिहासिक जीत हासिल की.

यह भी पढ़ें: IND vs AUS: केएल राहुल और रोहित शर्मा में कौन करेगा ओपनिंग, रवि शास्त्री ने की भविष्यवाणी

यह भी पढ़ें: Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी का रास्ता साफ, इस वेन्यू पर होगा भारत-पाकिस्तान का मैच, PCB ने रखी चार शर्तें- रिपोर्ट

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: