यह ख़बर 26 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

हरारे वन-डे : शिखर धवन और उनादकट ने दिलाई भारत को आसान जीत

खास बातें

  • शिखर धवन के शतक के बाद जयदेव उनादकट की उम्दा गेंदबाजी से भारत ने दूसरे एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिंबाब्वे को 58 रन से हराकर पांच मैचों की शृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली।
हरारे:

शिखर धवन के शतक के बाद जयदेव उनादकट की उम्दा गेंदबाजी से भारत ने दूसरे एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिंबाब्वे को 58 रन से हराकर पांच मैचों की शृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली।

भारत ने धवन (116) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक (69) के साथ उनकी पांचवें विकेट की 167 रन की साझेदारी से विषम परिस्थितियों से उबरते हुए आठ विकेट पर 294 रन बनाए।

धवन को कम से कम तीन जीवनदान मिले। उनके कैच 14 और 70 रन के निजी स्कोर पर छूटे जबकि एक बार वह जिस गेंद पर आउट हुए वह नोबाल हो गई। इसके जवाब में जिंबाब्वे वुशी सिबांडा (55), प्रास्पर उत्सेया (नाबाद 52) और एल्टन चिगुंबुरा (46), हैमिल्टन मसाकाद्जा (34) की उम्दा पारियों के बावजूद नौ विकेट पर 236 रन ही बना पाया। उत्सेया ने चिगुंबुरा के साथ सातवें विकेट के लिए 88 रन की साझेदारी भी की लेकिन टीम जीत से काफी दूर रही।

भारत की ओर से उनादकट ने 41 रन देकर चार और अमित मिश्रा ने 46 रन देकर दो विकेट चटकाए। रविंद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 30 रन देकर एक विकेट चटकाया।

भारत ने इसी मैदान पर पहले वनडे में मेजबान टीम को छह विकेट से हराया था। तीसरा वनडे इसी मैदान पर 28 जुलाई को खेला जाएगा।

जिंबाब्वे को सिबांडा और पाकिस्तान में जन्में सिकंदर रजा (20) ने पहले विकेट के लिए 10.4 ओवर में 45 रन जोड़कर अच्छी शुरूआत दिलाई।

उनादकट ने शार्ट गेंद पर रजा को मिडविकेट पर धवन के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलाई।

सिबांडा और मसाकाद्जा ने इसके बाद 9.3 ओवर में तेजी से 64 रन जोड़े। सिबांडा ने आर विनय कुमार के ओवर में दो चौके और बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर छक्का मारा। दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने मिश्रा पर लांग आन पर छक्का जड़कर 57 गेंद में अपना 19वां अर्द्धशतक पूरा किया।

मसाकाद्जा ने मिश्रा की गेंद पर एक रन के साथ 20वें ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया और फिर इसी ओवर में छक्का भी जड़ा। इसी ओवर में सिबांडा भाग्यशाली रहे जब कार्तिक ने उन्हें स्टंप करने का आसान मौका गंवा दिया।

उनादकट ने इसके बाद गेंदबाजी आक्रमण में वापसी की और पहली गेंद पर ही सिबांडा को मिश्रा के हाथों कैच करा दिया। उन्होंने 65 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के मारे।

उनादकट ने इसी ओवर में जिंबाब्वे के कप्तान ब्रैंडन टेलर (00) को रन आउट करके जिंबाब्वे का स्कोर तीन विकेट पर 103 रन किया।

सुरेश रैना ने स्लिप में मोहम्मद समी की गेंद पर मसाकाद्जा का कैच छोड़ा लेकिन यह बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाया और मिश्रा की गेंद पर समी को ही कैच दे बैठा। उन्होंने 47 गेंद की अपनी पारी में एक छक्का मारा।

जडेजा ने सीन विलियम्स (05) जबकि मिश्रा ने मैल्कम वालेर (02) को पगबाधा आउट किया। जिंबाब्वे को अंतिम 15 ओवर में जीत के लिए 140 रन की दरकार थी लेकिन टीम चिगुंबुरा और उत्सेया की पारियों के बावजूद लक्ष्य से काफी पीछे रही। चिगुंबुरा को मोहम्मद समी ने कार्तिक के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।

उनादकट ने अंतिम ओवर में काइल जार्विस (02) और ब्रायन विटोरी (00) को बोल्ड किया।

भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही। तेज गेंदबाज ब्रायन विटोरी ने अपना सौवां वनडे खेल रहे रोहित शर्मा (01) को मैच के दूसरे ओवर में अपनी पहली गेंद पर ही पैवेलियन भेज दिया। काइल जार्विस के ओवर में धवन भाग्यशाली रहे जब वह स्लिप में कैच दे बैठे लेकिन यह नोबाल हो गई। जार्विस के अगले ओवर में कोहली ने इस तेज गेंदबाज की गेंद को मिडविकेट पर खेला लेकिन मैल्कम वालेर ने कैच लपक किया। वालेर कैच को लेकर सुनिश्चित नहीं थे इसलिए उन्होंने अंपायर को इशारा करके तीसरे अंपायर से रिव्यु लेने को कहा। रीप्ले में कुछ स्पष्ट नहीं था लेकिन इसके बावजूद तीसरे अंपायर ने कोहली को आउट दे दिया। कोहली ने मैदानी अंपायर ओवेन चिरोम्बे और ब्रूस आक्सेनफोर्ड के सामने अपना पक्ष रखा लेकिन भारतीय कप्तान को पवेलियन लौटना पड़ा। उन्होंने 18 गेंद में 14 रन बनाए।

जार्विस की गेंद पर विकेटकीपर कप्तान टेलर ने धवन का आसान कैच टपकाया। धवन इस समय 14 रन बनाकर खेल रहे थे।

विटोरी ने अपनी ही गेंद पर अंबाती रायुडू का कैच छोड़ा लेकिन पिछले मैच में नाबाद अर्द्धशतक जड़ने वाला यह बल्लेबाज 20 गेंद में सिर्फ पांच रन बनाने के बाद इसी तेज गेंदबाज की गेंद पर प्रास्पर उत्सेया को कवर में कैच दे बैठा।

सुरेश रैना (04) एक बार फिर नाकाम रहे और तेंडाई चतारा की गेंद पर टेलर को कैच दे बैठे। धवन और कार्तिक ने इसके बाद पारी को संभाला। दोनों ने 25वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। धवन ने एल्टन चिगुंबुरा पर चौके के साथ 70 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। भारत ने 33वें ओवर में बल्लेबाजी पावर प्ले लिया जिसमें टीम ने पांच ओवर में 39 रन जोड़े।

कार्तिक ने उत्सेया पर चौका जड़कर 64 गेंद में अपना सातवां अर्द्धशतक पूरा किया और फिर इसी ऑफ स्पिनर पर दो चौके के साथ 40वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। धवन ने हैमिल्टन मसाकाद्जा की गेंद एक्सट्रा कवर पर दो रन के लिए खेलकर 115 गेंद में अपना तीसरा वन-डे शतक पूरा किया।

कार्तिक के रन आउट होने से यह साझेदारी टूटी। कार्तिक ने 74 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे।

धवन भी अगले ओवर में उत्सेया की लेग साइड से बाहर जाती गेंद को विकेटों पर खेलकर पैवेलियन लौट गए।

अमित मिश्रा (09) और रविंद्र जडेजा (15) भी जल्द पवेलियन लौटे। विनय कुमार (12 गेंद में नाबाद 27) ने अंतिम ओवर में सीन विलियम्स पर दो छक्के और चौका जड़ा। अंतिम गेंद पर मोहम्मद समी ने भी छक्का जड़ा जिससे इस ओवर में 23 रन बने। भारत ने अंतिम 15 ओवर में 135 रन बटोरे।

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जिंबाब्वे की ओर से विटोरी ने आठ ओवर में 27 रन देकर दो विकेट चटकाए।