
DGMO India on Virat Kohli Test Retirement: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिससे उनके 14 साल के शानदार करियर का अंत हो गया, जिसमें उन्होंने बल्लेबाज और कप्तान दोनों के रूप में विभिन्न परिस्थितियों, क्षेत्रों और विरोधियों पर हावी होकर सफेद जर्सी पहनी थी. कोहली ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास लेने के अपने फैसले की घोषणा की.
विराट कोहली के संन्यास पर बोले DGMO राजीव घई
प्रेस वार्ता में DGMO राजीव घई ने कहा, "जब मैं स्कूल में था, तब 70 के दशक में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज़ चल रही थी. उस समय ऑस्ट्रेलिया के दो घातक तेज गेंदबाज जेफ थॉम्पसन और डेनिस लिली ने इंग्लिश बल्लेबाजी को बुरी तरह परेशान किया था. उस दौर में ऑस्ट्रेलिया में एक कहावत चल पड़ी थी, ‘राख से राख और धूल से धूल तक, अगर थॉम्पसन नहीं कर सके तो लिली कर देगा.'
उन्होंने आगे कहा, "आज जब मैंने विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास की खबर देखी, तो सोचा कि क्रिकेट की बात भी करनी चाहिए. विराट कोहली कई भारतीयों की तरह मेरे भी पसंदीदा खिलाड़ी हैं." राजीव घई ने इस पुराने क्रिकेट संदर्भ के माध्यम से सेना की रणनीतियों और लेयर्ड डिफेंस सिस्टम को भी समझाया और बताया कि जैसे क्रिकेट में भी एक के बाद एक परतें होती हैं, वैसे ही सुरक्षा ढांचे में भी लेयर सिस्टम अहम होता है.
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