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विश्व क्रिकेट का दूसरा 'दीवार', जिसने 21 की उम्र में किया डेब्यू, बाद में 7 साल तक रहा टीम से बाहर, फिर वापसी कर जीताया वर्ल्ड कप

Damien Martyn: विश्व क्रिकेट का वो क्रिकेटर जो 21 साल की उम्र में डेब्यू करने में सफल रहा लेकिन फिर खराब परफॉर्मेंस के कारण उसे 7 साल तक टीम से बाहर रखा गया.

विश्व क्रिकेट का दूसरा 'दीवार', जिसने 21 की उम्र में किया डेब्यू, बाद में 7 साल तक रहा टीम से बाहर, फिर वापसी कर जीताया वर्ल्ड कप
Damien Martyn Birthday

Damien Martyn: विश्व क्रिकेट में कुछ ऐसे क्रिकेटर रहे हैं जिनके पास टैलेंट की भरमार रही है लेकिन उन्हें हर समय अपने आप को साबित करना पड़ा है. ऐसे कई क्रिकेटर रहे हैं. उन्हीं में से एक रहें हैं ऑस्ट्रेलिया के डेमियन मार्टिन. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर आज अपना जन्मदिवस (21 अक्टूबर) मना रहे हैं. डेमियन मार्टिन ने साल 1992 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट खेलकर अपना डेब्यू किया था. साल 1971 में मार्टिन का जन्म हुआ था. बता दें कि मार्टिन एक ऐसे क्रिकेटर रहे हैं जिनका डेब्यू 21 साल की उम्र में हुआ था लेकिन शुरुआती करियर में अच्छा परफॉर्मेंस न कर पाने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गिया था.

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लगभग 7 साल टीम से बाहर रहने के बाद डेमियन मार्टिन ने फिर से टीम में वापसी की. डेमियन मार्टिन के साल 2003 के विश्व कप में बेहतरीन परफॉर्मेंस किया था और ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप जीताने में अहम भूमिका निभाई थी. Damien Martyn को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का 'दीवार' भी माना जाता है. 

7 साल तक रहे टीम से बाहर

1992 में डेब्यू करने के बाद जनवरी 1994 में साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद मार्टिन  को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. इस दौरान तक मार्टिन ने 7 टेस्ट खेले थे और केवल तीन अर्धशतक ही जमा पाए थे. साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अच्छा परफॉर्मेंस नहीं किया था. ऑस्ट्रेलिया के खराब खेल का ठीकरा डेमियन मार्टिन के सिर पर फोड़ कर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था.

दरअसल, 1993/94 में सिडनी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ टेस्ट मैच में 117 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करने के क्रम में मार्टिन जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो उन्होंने  एलन डोनाल्ड की गेंद पर हवाई कवर-ड्राइव मारने का प्रयास किया और कैच आउट हो गए. उस समय टीम को जीत के लिए सिर्फ़ 7 रनों की ज़रूरत थी. ऑस्ट्रेलिया टेस्ट हार गया. मार्टिन की उनके गैर-ज़िम्मेदाराना शॉट को लेकर उकी काफ़ी आलोचना की गई और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया. बाद में, 7 साल बाद वह ऑस्ट्रेलिया के लिए फिर से खेल पाए थे. 

साल 2000 में फिर की वापसी और ऑस्ट्रेलिया के लिए किया कमाल

7 साल तक टीम से बाहर रहने के बाद डेमियन मार्टिन ने साल 2000 में फिर से वापसी की और इस बार उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से दिखा दिया कि वो कितने बड़े बल्लेबाज हैं. मार्टिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दीवार  बन गए थे और लगभग हर मैच में अपने बल्ले से रन बनाने लगे थे. डेमियन मार्टिन की सबसे बड़ी खूबी यह रही कि वो क्रीज पर रूककर बल्लेबाजी करते थे और गेंदबाजों को खूब परेशान किया करते थे. मार्टिन को साल 2000 में न्यूजीलैंड दौरे पर घायल रिकी पोंटिंग की जगह टीम में शामिल किया था. 

ऑस्ट्रेलिया को 2003 का विश्व कप जीताने में निभाई अहम भूमिका

साल 2003 के विश्व कप फाइनल में भारत के खिलाफ मार्टिन ने शानदार 88 रन की पारी खेली थी. मार्टिन ने यह पारी टूटी हुई अंगुली के साथ खेली थी. कप्तान रिकी पोंटिंग के साथ मिलकर मार्टिन ने फाइनल में 234 रनों की पार्टनरशिप की थी जिसने मैच को पलट कर रख दिया था. 

भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेली यादगार पारी

डेमियन मार्टिन साल 2004 के भारत दौरे पर खेले गए टेस्ट सीरीज में शानदार बल्लेबाजी की थी और मैन ऑफ द सीरीज रहे थे. भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान मार्टिन ने दो शतक बनाए और डॉन ब्रैडमैन के बाद तीन पारियों में तीन शतक बनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बनने से चूक गए, जब वे दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 97 रन पर आउट हो गए थे. 

शानदार बल्लेबाज, बैटिंग को बनाया बेहद ही आसान

मार्टिन मार्च 2004 से अप्रैल 2005 के बीच उन्होंने 61 की औसत से 1608 रन बनाए और दो मैन ऑफ दी सीरीज पुरस्कार जीतने में सफलता हासिल की थी. डेमियन मार्टिन ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन नंबर 4 के बल्लेबाज थे. 

डेमियन मार्टिन  का करियर

मार्टिन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 67 टेस्ट, 208 वनडे और 4 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट मैचों में उन्होंने 46.37 की औसत से 4,406 रन बनाए, जिसमें 13 शतक और 23 अर्धशतक शामिल रहे हैं. उन्होंने 208 वनडे मैचों में 40.80 की औसत से 5,346 रन बनाए और 7 शतक और 37 अर्धशतक लगाने का कमाल किया था. 

विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का मिला खिताब

साल 2001 में एशेज में उनके बेहतरीन परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया था 

अचानक संन्यास लेकर चौंकाया

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज ने साल 2006-07 एशेज सीरीज के दौरान संन्यास लेने का फैसला लेकर विश्व क्रिकेट को चौंका दिया था. उन्हें अपने घरेलू मैदान WACA में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अचानक संन्यास लेने के फैसले से सभी को चौंका दिया था. डेमियन मार्टिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के 'दीवार' के तौर पर जाने जाते हैं. 

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