NEET UG 2023 Cut Off: नीट परीक्षा का परिणाम जारी किया जा चुका है और अब छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया के शुरू होने का इंतजार है. इस साल 20 लाख से अधिक बच्चों ने नीट यूजी की परीक्षा दी है, जिसमें कुल 11.45 लाख बच्चे पास हुए हैं. नीट परीक्षा पास करने वाले ज्यादा छात्रों का सपना एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनने का होता है. नीट यूजी उत्तीर्ण सभी छात्र सरकारी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं. कारण कि एक तो सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस मध्यवर्गीय परिवार की जेब पर भार नहीं बनती, वहीं इन कॉलेजों की गिनती देश के बेस्ट मेडिकल कॉलेजों में होती है. देश के सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की लगभग 48012 एमबीबीएस सीटें और निजी कॉलेजों में 43,915 सीटें हैं. ऐसे में 11.45 लाख छात्रों के लिए ये संख्या बहुत कम है. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि नीट में कितने मार्क्स वालों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलेगा.
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वैसे तो नीट कट-ऑफ का काउंसलिंग प्रक्रिया के बाद ही पता चलेगा. लेकिन एक्सपर्ट द्वारा लगाए जा रहे अनुमान के मुताबिक नीट परीक्षा में 705 से अधिक स्कोर करने वाले छात्रों को देश के नंबर वन संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में प्रवेश मिल सकता है. सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए 610 के करीब कट-ऑफ रह सकता है. वहीं एससी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यह कट-ऑफ 500 और एसटी वर्ग के लिए 450 के करीब रह सकता है.
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इस साल नीट परीक्षा में 20,38,596 उम्मीदवार शामिल हुए थें, जिनमें से 11,45,976 उम्मीदवारों ने नीट यूजी में क्वालिफाई घोषित किया गया है. कैटेगरी वाइज की बात करें तो जनरल से 312405, ईडब्ल्यूएस वर्ग से 98322, ओबीसी से 525194, एससी से 153674, एसटी से 56381 स्टूडेंट पास हुए हैं.
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