जीएसटी कलेक्शन के मोर्चे पर अच्छी खबर है. इस साल जुलाई के बाद अगस्त में भी जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन 1 लाख करोड़ से ज्यादा रहा है. वित्त मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि अगस्त में वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी संग्रह 1.12 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. हालांकि, अगस्त में जुटाई गई राशि, जुलाई 2021 के 1.16 लाख करोड़ रुपये से कम है. ईयर ऑन ईयर आंकड़ा यानी कि पिछले साल इसी अवधि में जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े से यह 30 फीसदी ज्यादा है. जीएसटी संग्रह अगस्त 2020 में 86,449 करोड़ रुपये था.
वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि यह जुलाई-अगस्त में जीएसटी कलेक्शन का 1 लाख करोड़ के पार जाना दिखाता है कि अर्थव्यवस्था तेज गति से रिकवर हो रही है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त, 2021 में जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन 1,12,020 करोड़ रहा है. इसमें से CGST 20,522 रुपये करोड़, SGST 26,605 करोड़ रुपये IGST 56,247 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर इकट्ठा हुए 26,884 करोड़ सहित) और सेस 8,646 रुपये करोड़ है (वस्तुओं के आयात पर इकट्ठा हुए 646 करोड़ सहित). सरकार IGST से 23,043 करोड़ का CGST और 19,139 करोड़ का SGST राज्यों को देगी. केंद्र ने 24,000 का 50:50 के अनुपात में एड-हॉक सेटलमेंट किया है.
कितनी हुई है बढ़ोतरी?
वित्त मंत्रालय का कहना है कि अगस्त, 2021 में पिछले साल की इस अवधि के मुकाबले संग्रह 30 फीसदी ज्यादा है. वहीं, अगर डोमेस्टिक ट्रांजैक्शन में रेवेन्यू को देखें तो इस स्रोत से पिछले साल मिले रेवेन्यू के मुकाबले यह 27 फीसदी ज्यादा है. अगर 2019-20 के अगस्त में हुए 98,202 करोड़ के कलेक्शन को देखें तो भी यह 14 फीसदी ज्यादा है..
बता दें कि लगातार नौ महीनों तक जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहने के बाद संग्रह जून 2021 में कोविड की दूसरी लहर के कारण एक लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया था. वित्त मंत्रालय ने कहा कि आने वाले महीनों में भी मजबूत जीएसटी राजस्व जारी रहने की संभावना है.