पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ाने के लिए अदाणी समूह की नई पहल

अपने उद्घाटन भाषण में अदाणी गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर उत्पल बरुआ ने कहा कि अदाणी समूह को हवाई अड्डे को एक आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करके क्षेत्र की सेवा करने का अवसर मिला है और वह पर्यटन उद्योग को पूर्वोत्तर क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.

गुवाहाटी:

अदाणी समूह (Adani Group) पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन (North East Tourism Development) के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसी के तहत गुवाहाटी एयरपोर्ट (Guwahati Airport) पर गुरुवार को एक सेमिनार आयोजित किया गया. इसमें गुवाहाटी एयरपोर्ट को एक टूरिज़्म हब के रूप में विकसित करने की कोशिशों पर विस्तृत चर्चा की गई. अदाणी एयपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (Adani Airport Holdings Ltd.) ने ये वर्कशॉप आयोजित करवाई थी. 

इसका मुख्य विषय था 'पूर्वोत्तर भारत के पर्यटन विकास में एयरपोर्ट की भूमिका'... सेमिनार में पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन से जुड़ी कई नामी हस्तियां मौजूद रहीं. असम के पर्यटन मंत्री जयंता मल्ला बरुआ (Assam Tourism Minister Jayanta Malla Baruah) ने सेमिनार का उद्घाटन किया और कहा कि हवाई यातायात लाखों लोगों को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मौका देता है और ये पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा देता है, जो असम में आर्थिक क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने लगा है.

इससे पहले अपने उद्घाटन भाषण में अदाणी गुवाहाटी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Adani Guwahati International Airport Ltd) के चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर उत्पल बरुआ (Utpal Baruah) ने कहा कि अदाणी समूह को हवाई अड्डे को एक आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करके क्षेत्र की सेवा करने का अवसर मिला है और वह पर्यटन उद्योग को पूर्वोत्तर क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.

अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लि. के डिप्टी सीईओ शेर खान (Sher Khan) ने कहा कि हमने गुवाहाटी एयरपोर्ट में रीजनल हब डेवलेप्मेंट स्ट्रक्चर शुरू किया है. उन्होंने कहा कि ये एयरपोर्ट के लिए लाभदायक रहेगा. ये नॉर्थ इस्ट के लिए भी लाभदायक होगा. उन्होंने कहा कि स्ट्रकचर और डिस्कशन सभी के लिए लाभदायक रहा.

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संगोष्ठी में पूर्वोत्तर राज्यों के पर्यटन विभागों के सम्मानित लोगों ने भाग लिया. साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सड़क और अंतर्देशीय जलमार्गों की संभावनाओं और संभावनाओं पर भी संगोष्ठी में विस्तार से चर्चा की गई.