प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
स्पेन में घरेलू हिंसा से बचने के लिए महिलाएं सिक्योरिटी एजेंसियों से कुत्ते खरीद रही हैं. इन कुत्तों को इस तरह से ट्रेन किया जाता है कि पति के चिल्लाने और हाथ उठाने पर कुत्ता उनपर हमला कर देता है या भौंककर भगा देता है. इस ट्रेनिंग के बाद जिस महिला को कुत्ता बेचा जाना है उसके साथ कुत्ते को 200 घंटों की ट्रेनिंग की जाती है ताकि वह महिला से अच्छी तरह से परिचित हो जाए.
क्यों हो रहा है ऐसा
यूएन रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ सालों से स्पेन में घरेलु हिंसा में के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है, पिछले साल स्पेन की 13 प्रतिशत महिलाओं को उनके पति या पूर्व पति ने शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया. दैनिक भास्कर अखबार की खबर के अनुसार कई बार तलाक लेने और अलग रहने के बावजूद पूर्व पति महिलाओं के घर पहुंचकर उन्हें प्रताड़ित करते हैं. ऐसे में उन्हें त्वरित सुरक्षा देना पुलिस के लिए संभव नहीं हो पाता है. इसलिए महिलाएं खास नस्ल के कुत्ते खरीद रही हैं.
दिख रहा असर
खबर के मुताबिक कुत्ता खरीदने का फायदा भी महिलाओं को मिल रहा है. एक महिला ने कहा कि उन्होंने घरेलु हिंसा से जुड़े कई सेमिनारों में भाग लिया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने कुत्ता खरीदने का फैसला लिया, अब कुत्ता हमेशा उनके साथ रहता है, उसकी वजह से उनके पति उनसे झगड़ा नहीं करते हैं. इसी तरह कुत्ता रखने वाली गीमा का कहना है कि उनका कुत्ता उनके साथ ही ऑफिस जाता है. वह ऑफिस के बाहर रुकता है और उनका इंतजार करता है. गीमा ने कहा, 'जब मेरे पति जेल से बाहर आ रहे थे तब मुझे पता था कि वह मेरे पास जरूर आएंगे लेकिन जब उन्हें पता चला कि मेरे पास कुत्ता है वह नहीं आए.'
इस तरह आया आइडिया
महिलाओं को कुत्ते उपलब्ध कराने वाली डॉग सिक्यूरिटी एजेसी की संचालिका एंजेल मारिस्कल करीब 25 सालों से कुत्तों की देखरेख कर रही हैं. उनके अनुसार कुछ साल पहले उनके पास एक महिला का फोन आया. महिला ने उनसे कहा कि उनके पति उन्हें बहुत मारते हैं, वह चाहती थीं कि उनके कुत्ते को इस तरीके से ट्रेन किया जाए कि पति के मारने पर वह उनकी रक्षा कर सके. इस फोन कॉल के बाद उन्हें आइडिया आया कि क्यों न ट्रेनिंग देकर ऐसे कुत्ते तैयार किए जाएं जो घरेलु हिंसा से महिलाओं की रक्षा कर सकें. वह अब तक 20 महिलाओं को स्पेशल डॉग दे चुकी हैं और 16 और महिलाओं ने ऑर्डर किए हैं.
क्यों हो रहा है ऐसा
यूएन रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ सालों से स्पेन में घरेलु हिंसा में के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है, पिछले साल स्पेन की 13 प्रतिशत महिलाओं को उनके पति या पूर्व पति ने शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया. दैनिक भास्कर अखबार की खबर के अनुसार कई बार तलाक लेने और अलग रहने के बावजूद पूर्व पति महिलाओं के घर पहुंचकर उन्हें प्रताड़ित करते हैं. ऐसे में उन्हें त्वरित सुरक्षा देना पुलिस के लिए संभव नहीं हो पाता है. इसलिए महिलाएं खास नस्ल के कुत्ते खरीद रही हैं.
दिख रहा असर
खबर के मुताबिक कुत्ता खरीदने का फायदा भी महिलाओं को मिल रहा है. एक महिला ने कहा कि उन्होंने घरेलु हिंसा से जुड़े कई सेमिनारों में भाग लिया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने कुत्ता खरीदने का फैसला लिया, अब कुत्ता हमेशा उनके साथ रहता है, उसकी वजह से उनके पति उनसे झगड़ा नहीं करते हैं. इसी तरह कुत्ता रखने वाली गीमा का कहना है कि उनका कुत्ता उनके साथ ही ऑफिस जाता है. वह ऑफिस के बाहर रुकता है और उनका इंतजार करता है. गीमा ने कहा, 'जब मेरे पति जेल से बाहर आ रहे थे तब मुझे पता था कि वह मेरे पास जरूर आएंगे लेकिन जब उन्हें पता चला कि मेरे पास कुत्ता है वह नहीं आए.'
इस तरह आया आइडिया
महिलाओं को कुत्ते उपलब्ध कराने वाली डॉग सिक्यूरिटी एजेसी की संचालिका एंजेल मारिस्कल करीब 25 सालों से कुत्तों की देखरेख कर रही हैं. उनके अनुसार कुछ साल पहले उनके पास एक महिला का फोन आया. महिला ने उनसे कहा कि उनके पति उन्हें बहुत मारते हैं, वह चाहती थीं कि उनके कुत्ते को इस तरीके से ट्रेन किया जाए कि पति के मारने पर वह उनकी रक्षा कर सके. इस फोन कॉल के बाद उन्हें आइडिया आया कि क्यों न ट्रेनिंग देकर ऐसे कुत्ते तैयार किए जाएं जो घरेलु हिंसा से महिलाओं की रक्षा कर सकें. वह अब तक 20 महिलाओं को स्पेशल डॉग दे चुकी हैं और 16 और महिलाओं ने ऑर्डर किए हैं.
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