
Massive Hole Found On Earth: जब दुनिया गर्मी से झुलस रही थी, धरती के सबसे ठंडे हिस्से अंटार्कटिका में कुछ ऐसा हुआ, जिसने वैज्ञानिकों की रूह तक को हिला दिया. एक दिन अचानक NASA के वैज्ञानिकों की नजर समुद्र में जमी बर्फ के बीच एक गहरे, रहस्यमय गड्ढे पर पड़ी. यह कोई आम बर्फ की दरार नहीं थी. यह था 'पोलिन्या' यानी बर्फ के भीतर बना खुला महासागर.

वैज्ञानिकों का कांप उठा कलेजा (Antarctica massive hole)
माना जा रहा है कि ये गड्ढा हरियाणा से भी बड़ा था और अगर इसकी तुलना की जाए तो यह आधे बिहार जितना विशाल था. इसे पहली बार 'माउड राइज' नाम के पठार के पास देखा गया, वो भी एकदम समुद्र के बीचोबीच. NASA ने इसे एक प्राकृतिक घटना (Antarctica polynya) माना, लेकिन इसके पीछे की वजहें इंसान की बनाई हुई हैं.

समुद्री बर्फ पर अचानक बना गड्ढा (Hole in Antarctic sea ice)
पोलिन्या यानी समुद्री बर्फ में ऐसा क्षेत्र, जहां बर्फ टूट जाती है और नीचे से समुद्र की गहराई झलकने लगती है. यह गड्ढा कई हफ्तों तक खुला रहा और वैज्ञानिकों के लिए यह एक चेतावनी जैसा था, क्या हम धरती को धीरे-धीरे जला रहे हैं?

दुनिया भर के वैज्ञानिकों का खींचा ध्यान (Antarctic ocean mystery)
शोधकर्ताओं ने पाया कि इस विशाल गड्ढे के बनने के पीछे सिर्फ हवाएं या समुद्री लहरें नहीं हैं, बल्कि इसमें बड़ा हाथ है ग्लोबल वॉर्मिंग और ट्रॉपिकल साइक्लोन्स का. जी हां, वो तूफान जो पहले सिर्फ तटीय इलाकों में तबाही लाते थे, अब बर्फीले इलाकों में भी अपने पैर पसार रहे हैं.

समुद्री बर्फ का खुला इलाका (Scientists shocked Antarctica hole)
यह घटना पहली बार नहीं हुई है. 1974 और 1976 में भी ऐसा एक गड्ढा बना था, लेकिन फिर ये सालों तक शांत रहा, लेकिन 2017 और अब हाल की घटना ने बता दिया कि पृथ्वी कुछ कहना चाहती है और हम सुन नहीं रहे.

क्या भविष्य के लिए है चिंताजनक? (Global warming effects Antarctica)
अगर ऐसे पोलिन्या बार-बार बनने लगे, तो समुद्री इकोसिस्टम, जलवायु और इंसानों के अस्तित्व पर गंभीर असर पड़ सकता है. यह घटना एक wake-up call है...हम प्रकृति से नहीं जीत सकते.
ये भी पढ़ें:- यहां उगाया जाता है दुनिया का सबसे बड़ा संतरा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं