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हफ्तों तक एक ही पानी से हाथ धोता रहा परिवार, जब पानी हुआ काला और बदबूदार तो मचा हड़कंप

सोशल मीडिया पर वायरल एक मामला इन दिनों लोगों को हैरान कर रहा है, दरअसल, एक महिला ने अपने घर में पानी के बचत का तरीका शेयर किया है, जिसके बारे में जानकर लोगों को घिन आ रही है और लोग उसे ट्रोल कर रहे हैं.

हफ्तों तक एक ही पानी से हाथ धोता रहा परिवार, जब पानी हुआ काला और बदबूदार तो मचा हड़कंप
बचत या घिनौनापन? जयपुर परिवार की अनोखी आदत पर सोशल मीडिया में बहस

Jaipur Family Uses Same Handwashing Water For Weeks: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक अजीब लेकिन वायरल मामला लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है. जयपुर के एक परिवार ने दावा किया है कि वे हफ्तों तक एक ही पानी से हाथ धोते हैं और इसे एक 'कुशल, टिकाऊ और किफायती' तरीका मानते हैं. इस पर जहां कुछ लोग इसे जल संकट के दौर में समझदारी बता रहे हैं, वहीं अधिकांश लोग इसे अस्वच्छ और खतरनाक कह रहे हैं. दरअसल, जयपुर के सूरतगढ़ इलाके में एक परिवार से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है, जहां एक परिवार के सदस्य हफ़्तों तक एक ही पानी में हाथ धोते थे ये देखने के बाद भी कि वह काला, गंदा और बदबूदार हो चुका था. ये खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई और लोगों ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाए कि आखिर यह पानी इतनी गंदगी कैसे जुटा सकता है.

क्या है परिवार की तकनीक? (Handwashing with same water viral)

परिवार का कहना है कि अगर पानी में साबुन के अणु मौजूद हैं और वह अधिक गंदा या गाढ़ा नहीं हुआ, तो उसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है. उनके घर में रसोई के पास एक कॉमन बेसिन रखा गया है, जिसमें वही पानी रहता है. सभी सदस्य और कभी-कभी मेहमान भी वहीं हाथ धोते हैं. पानी कम हो जाए तो उसे टॉप-अप कर दिया जाता है और तब तक नहीं बदला जाता जब तक उसमें से तेज गंध ना आने लगे या उसमें इकोसिस्टम न बनने लगे.

पानी का बिल बना रिकॉर्ड (Reusing soap water hygiene)

परिवार का दावा है कि उनका सालाना पानी का बिल ₹2,000 से भी कम आता है, जो जयपुर के औसत घरेलू बिल ₹10,000-₹15,000 से काफी कम है. सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने इसे गौरवपूर्ण इनोवेशन कहा, खासकर उन इलाकों में जहां पानी की भारी किल्लत है.

विशेषज्ञों की चेतावनी (Sustainable living or health risk)

हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस आदत को लेकर गंभीर चिंता जता रहे हैं. जयपुर के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. अनिल मेहता ने बताया कि, हफ्तों तक एक ही पानी का उपयोग करना खतरनाक हो सकता है. ऐसे पानी में बैक्टीरिया और फंगस तेजी से पनपते हैं. उन्होंने कहा, साबुन भले ही कीटाणु मारने में सक्षम हो, लेकिन इस्तेमाल किया गया पानी तेल, गंदगी और मृत त्वचा के कणों से भर जाता है, जिससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

पानी बचाना ज़रूरी, लेकिन… (Jaipur water reuse story)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हाथ धोने के लिए साफ और बहता पानी सबसे सुरक्षित होता है. बार-बार इस्तेमाल किया गया पानी त्वचा रोग, दस्त और पेट की बीमारियों का कारण बन सकता है. जयपुर जैसे शहरों में पानी की समस्या वाकई गंभीर है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि स्वच्छता से समझौता करके कोई भी बचत व्यर्थ हो सकती है.

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