पूरी दुनिया को जिस बात का डर था, शुक्रवार को वह सच साबित हो गया और मिडिल ईस्ट के हालात बेहद तनावपूर्ण दौर में पहुंच गए हैं. इजरायल और ईरान के बीच जंग छिड़ चुकी है और अब दुनिया भर की नजरें इसी क्षेत्र की तरफ हैं. दोनों ही देशों ने एक दूसरे को खत्म करने की कसम खा ली है. जहां ईरान ने इजरायल के खिलाफ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 लॉन्च किया है तो इजरायल ने अपने मिशन को ऑपरेशन राइजिंग लॉयन नाम दिया है. शुक्रवार सुबह से ही इजरायल के ईरान पर हमले जारी हैं. उस समय इजरायल ने देश के अंदर कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था. इजरायल के हमलों में ईरान के टॉप जनरल और साइंटिस्ट्स की मौत हुई है. इजरायली हमलों में ईरान में 78 लोग मारे गए और 320 से ज्यादा घायल हैं.
शुक्रवार से जारी हमले
इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के न्यूक्लियर और मिलिट्री इंस्टॉलेशन पर जमकर हमले किए. इजरायल ने पहले से ईरान में ड्रोन और फाइटर जेट्स को स्मगल करके तैनात कर दिया था ताकि उसके अहम ठिकानों को निशाना बनाया जा सके. साथ ही उसका मकसद ईरान के टॉप जनरल और साइंटिस्ट्स को निशाना बनाना था. इजरायल ने कहा कि यह हमला उसके दुश्मन के परमाणु हथियार बनाने के करीब पहुंचने से पहले यह जरूरी था.
🚨Israelis are currently running for shelter in northern Israel as sirens sound due to another missile launch from Iran🚨 pic.twitter.com/z7usPFTwKT
— Israel Defense Forces (@IDF) June 14, 2025
जमकर दागी गईं मिसाइलें
इसके बाद ईरान ने शुक्रवार देर रात तक इजरायल पर कई बैलिस्टिक मिसाइलों को दागकर जवाबी कार्रवाई की. इस वजह से यरुशलम और तेल अवीव के आसमान में विस्फोट हुए और कई बिल्डिंग्स तक हिल गईं. हमलों के दूसरे दौर में, शनिवार की सुबह यरुशलम के आसमान में सायरन और ब्लास्ट्स की आवाजें सुनी जा सकती थीं. इजरायल की सेना ने अपने नागरिकों से आग्रह किया है कि वो कहीं शेल्टर ले लें.
कहां पर कितने मरे
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को एक रिकॉर्ड किए गए संदेश में कहा, 'हम उन्हें उनकी हमले और इस अपराध से सुरक्षित भागने नहीं देंगे.' ईरान के संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने कहा कि इजरायली हमलों में 78 लोग मारे गए और 320 से अधिक घायल हुए. इजरायल की पैरामेडिक सेवाओं ने कहा कि तेल अवीव क्षेत्र में बैराज में 34 लोग घायल हुए जिनमें एक महिला भी शामिल है जो मलबे के नीचे फंसने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गई.
اصابت ۲ پرتابه به محوطهٔ فرودگاه مهرآباد pic.twitter.com/2H6pz8mKpC
— خبرگزاری فارس (@FarsNews_Agency) June 13, 2025
ईरान के टॉप जनरल की मौत
इजरायल ने शुक्रवार को ईरान में दर्जनों ठिकानों पर हमला किया और हमले में कई सीनियर कमांडर्स भी मारे गए. इजरायल ने इसे 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' नाम दिया है. आईआरजीसी से जुड़ी न्यूज एजेंसी तस्नीम की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली हमलों में ईरान के परमाणु कार्यक्रमों से जुड़े कई औरप्रभावशाली लोगों को भी निशाना बनाया गया, जिनमें छह परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं.
इजरायल के हमले में मोहम्मद बाघेरी जो ईरान में सर्वोच्च रैंक के सैन्य अधिकारी थे और ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ थे, जिसमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) और ईरानी सेना दोनों शामिल हैं, उनकी मौत हो गई है. उनके अलावा हुसैन सलामी जो आईआरजीसी के कमांडर-इन-चीफ वह भी हमले में मारे गए हैं. घोलमाली रशीद जो आईआरजीसी के खातम-अल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर के मुखिया थे, उनकी भी मौत हो गई है.
परमाणु ठिकानों को बनाया निशाना
इजरायल ने नतांज न्यूक्लियर साइट पर हमला किया, जहां ईरान अपना अधिकांश परमाणु ईंधन बनाता है. नतांज में भी अंडरग्राउंड न्यूक्लियर प्लांट हैं और अभी यह साफ नहीं हो सका है कि इजरायल के हमले से असल में कितना नुकसान हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही चेतावनी दी थी कि ईरान को 'समझौता करना होगा, इससे पहले कि कुछ भी न बचे.' ईरान ने जो ऑपरेशन इजरायल के खिलाफ लॉन्च किया है, उसे उसने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 नाम दिया है.

अमेरिका कैसे कर रहा मदद
तेल अवीव के पूर्व में रमत गान में मिसाइल हमलें एक जली हुई कारें और कम से कम तीन क्षतिग्रस्त घर देखे गए हैं. इनमें से एक का सामने का हिस्सा लगभग पूरी तरह से नष्ट हो गया था. एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से न्यूज एजेंसी एपी ने जानकारी दी कि क्षेत्र में अमेरिकी ग्राउंड एयर डिफेंस सिस्टम ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में मदद कर रहे हैं. इजरायल के चल रहे हवाई हमले और खुफिया अभियान और ईरान की जवाबी कार्रवाई ने देशों के बीच एक पूर्ण युद्ध के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं. साथ ही पहले से ही तनावग्रस्त क्षेत्र को और भी ज्यादा अनिश्चितता में धकेल दिया है.
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