Interest free loan: बिना इंटरेस्ट का लोन ये सुनकर आपको शायद यकीन नहीं हो रहा होगा. लेकिन आपको बता दें कि कुछ खास परिस्थितियों के लिए आपको इंटरेस्ट फ्री लोन (Interest-free loan) मिल सकता है. हालांकि ऐसे लोन कुछ शर्तों के साथ होते हैं, लेकिन समझदारी से इस्तेमाल किए जाने पर ये आपकी काफी आर्थिक मदद कर सकते हैं.
किसानों के लिए इंटरेस्ट फ्री लोन (Interest-Free Loans for Farmers)
किसान सरकारी योजनाओं के तहत इंटरेस्ट फ्री लोन हासिल कर सकते हैं. यानी ऐसे लोन पर उन्हें ब्याज नहीं देना होगा. इन लोन को कृषि को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है. किसान इस लोन से मिले पैसे का इस्तेमाल बीज, फर्टिलाइजर या उपकरण खरीदने के लिए कर सकते हैं. कई राज्य सरकारें किसानों को बिना ब्याज के लोन मुहैया कराती हैं. हालांकि, पेनल्टी से बचने के लिए आमतौर पर इस तरह के लोन की किश्त समय पर भरनी जरूरी होती है. ऐसी स्कीम के जरिए सरकार का मकसद किसानों पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करना और खेती को बढ़ावा देना है. इन लोन के लिए आवेदन करने से पहले किसानों को इन योजनाओं के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया और रीपेमेंट कंडीशन की जांच कर लेनी चाहिए.
कंपनी से इंटरेस्ट फ्री लोन (Interest free loan from company)
कुछ कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को इंटरेस्ट फ्री लोन ऑफर करती हैं. ये लोन एम्प्लॉई को घर, एजुकेशन या किसी इमरजेंसी जैसे व्यक्तिगत खर्चों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं. इस तरह के लोन का रीपेमेंट आमतौर पर एक निश्चित अवधि में एम्प्लॉई की सैलरी से सीधे काट लिया जाता है. ऐसे लोन पर कोई इंटरेस्ट नहीं लगता है, लेकिन ये लोन एक स्पेसिफिक अमाउंट या कुछ खास कामों के लिए ही सीमित हो सकते हैं.
माइक्रोफाइनांस और NGO लोन (Microfinance and NGO Loans)
कुछ माइक्रोफाइनेंस ऑर्गनाइजेशन और NGO यानी गैर सरकारी संगठन भी इंटरेस्ट फ्री लोन प्रोवाइड करते हैं. इन लोन के जरिए अंडरप्रिविलेज कम्युनिटी, छोटे उद्यमी या महिलाओं की मदद की जाती है. उदाहरण के तौर पर, कुछ NGO एजुकेशन या छोटा बिजनेस शुरू करने के लिए जीरो इंटरेस्ट या बहुत कम ब्याज पर लोन देते हैं.
कंज्यूमर गुड्स के लिए नो-कॉस्ट EMI (No-Cost EMIs for Consumer Goods)
रिटेल सेक्टर (Retail sector) में इंटरेस्ट फ्री लोन काफी पॉपुलर हैं. कई कंपनियां और बैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर या अप्लायंस जैसे प्रोडक्ट के लिए नो-कॉस्ट EMI ऑफर करते हैं. इन स्कीम के जरिए आप बिना कोई एक्स्ट्रा इंटरेस्ट दिए प्रोडक्ट की टोटल कॉस्ट को समान मासिक किस्तों में बांट कर उनकी आसानी से भरपाई कर सकते हैं.
जैसे उदाहरण के तौर पर आप, 60,000 रुपये की कीमत वाला स्मार्टफोन 12 महीने तक 5,000 रुपये प्रति माह की EMI देकर खरीद सकते हैं. लेकिन याद रखिए भले ही इंस्टॉलमेंट इंटरेस्ट फ्री हों, लेकिन कुछ ऑफर्स में प्रोसेसिंग फीस शामिल हो सकती है. यह पता करने के लिए कि क्या वाकई में आपको जीरो-इंटरेस्ट डील (zero-interest deal) मिल रही है, छिपे हुए चार्ज (hidden charges) की जांच कर लेना बहुत जरूरी है. बड़े-बड़े रीटेलर्स स्टोर और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर नो-कॉस्ट EMI का ऑप्शन आमतौर पर अवेलेबल होता है, खासकर त्योहारों के मौसम के दौरान.
जीरो-इंटरेस्ट क्रेडिट कार्ड ऑफर (Zero-Interest Credit Card Offers)
कई क्रेडिट कार्ड प्रमोशन पीरियड के दौरान जीरो-इंटरेस्ट EMI का ऑप्शन प्रोवाइड करते हैं. ये ऑफर अक्सर स्पेसिफिक ब्रांड या त्योहारों से जुड़े होते हैं. यानी कार्ड होल्डर इन ऑफर के जरिए बिना कोई ब्याज दिए महंगी खरीदारी कर सकते हैं. हालांकि ऐसे ऑफर्स के नियम और शर्तें पढ़ना जरूरी है. क्योंकि कुछ स्कीम में प्रोसेसिंग फीस शामिल हो सकती है.
क्रेडिट कार्ड पर नो-कॉस्ट EMI का ऑप्शन कस्टमर्स को अपनी खरीदारी को इंटरेस्ट-फ्री मासिक किस्तों में बदलने की इजाजत देता है. किसी महंगी चीज की खरीदारी करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है.
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