Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार अक्टूबर 6, 2017 09:53 PM IST आखिर हमारे विश्वविद्यालय चल कैसे रहे हैं, जब वहां प्रोफेसर लेक्चरर नहीं हैं तो छात्रों ने पढ़ा क्या. छात्रों और शिक्षकों का समूह भी लाखों का है, फिर भी इस समूह ने पर्याप्त दबाव क्यों नहीं बनाया कि क्लास में टीचर नहीं हैं. अगर बनाया तो सरकार ने क्यों नहीं सुना.