दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार से क़रीब पांच हज़ार ऐडहॉक शिक्षक वाइस चांसलर के दफ़्तर पर कब्ज़ा कर धरने पर बैठे हुए हैं. ऐन परीक्षाओं के समय उनका ये विरोध प्रदर्शन बता रहा है कि वो सरकार के नए नियमों के आगे कितने मजबूर हो गए हैं कि जिस परीक्षा के लिए वो छात्रों को वो सालों से पढ़ा रहे हैं उसी परीक्षा के दौरान वो ड्यूटी पर नहीं जा रहे. मोदी सरकार के दोनों दौर के मानव संसाधन मंत्रियों के आश्वासन के बावजूद वो सिर्फ़ ठगा ही महसूस कर रहे हैं. सरकार ने कहा था कि वो प्राथमिकता के आधार पर इन ऐडहॉक शिक्षकों को नियमित करेगी, लेकिन ऐसा होने की जगह उन्हें अब गेस्ट टीचर बनाने का फ़ैसला ले लिया गया है.