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Wo Islam Jo Ham Se Kahin Chhoot Gaya

'Wo Islam Jo Ham Se Kahin Chhoot Gaya' - 1 News Result(s)
  • ``वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया'' : इंसानियत को राहत की सांस देती एक किताब

    ``वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया'' : इंसानियत को राहत की सांस देती एक किताब

    इन दिनों इस्लाम को लेकर एक किताब आई है, जो खूब चर्चित हो रही है. किताब का नाम है--`` वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया.''  किताब के लेखक रिटायर्ड जज रजी अहमद चिश्ती हैं. जो पशुहारी शरीफ, बलिया की दरगाह के गद्दीनशीन पीर हैं. उन्होंने यह किताब बहुत अध्ययन और विचार से लिखी है, और इसमें  व्यक्तिगत स्वतंत्रता, शिक्षा व्यवस्था, जिहाद, फिरकापरस्ती,  हिंसा और आतंकवाद आदि तकरीबन उन सभी विषयों पर खुली बातचीत है, जिनसे मौजूदा मुस्लिम समाज किसी न किसी रूप में जूझ रहा है.

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  • ``वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया'' : इंसानियत को राहत की सांस देती एक किताब

    ``वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया'' : इंसानियत को राहत की सांस देती एक किताब

    इन दिनों इस्लाम को लेकर एक किताब आई है, जो खूब चर्चित हो रही है. किताब का नाम है--`` वो इस्लाम, जो हम से कहीं छूट गया.''  किताब के लेखक रिटायर्ड जज रजी अहमद चिश्ती हैं. जो पशुहारी शरीफ, बलिया की दरगाह के गद्दीनशीन पीर हैं. उन्होंने यह किताब बहुत अध्ययन और विचार से लिखी है, और इसमें  व्यक्तिगत स्वतंत्रता, शिक्षा व्यवस्था, जिहाद, फिरकापरस्ती,  हिंसा और आतंकवाद आदि तकरीबन उन सभी विषयों पर खुली बातचीत है, जिनसे मौजूदा मुस्लिम समाज किसी न किसी रूप में जूझ रहा है.