Vikas Bahal
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#MeToo पीड़ित अपनी आपबीती बताएं, कोई कुछ भी नहीं लिख सकता : बॉम्बे हाई कोर्ट
- Saturday October 20, 2018
- Reported by: सुनील कुमार सिंह
विकास बहल मानहानि मुक़दमे की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कई अहम बातों पर ज़ोर दिया. खासकर मी टू मूवमेंट पर कहा कि मी टू सिर्फ़ पीड़ित लोगों के लिए है ताकि वे आगे आकर अपनी आपबीती बता सकें. इसलिए नहीं है कि कोई भी कुछ भी लिखे. इसके लिए गाइडलाइन बननी चाहिए ताकि इसका दुरुपयोग न हो.
- ndtv.in
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यौन उत्पीड़न के आरोपियों की फेहरिस्त हो रही है लंबी, #MeToo के जद में आ रहे हैं बड़े-बड़े नाम
- Tuesday October 16, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कुछ समय पहले पूरी दुनिया में शुरू हुआ #MeToo कैंपेन अब भारत में भी अपने शबाब पर है. भारत में #MeToo कैंपेन के जरिये एक के बाद एक नए आरोप सामने आ रहे हैं और जिन लोगों के खिलाफ आरोप लग रहे हैं, वह हर कोई को हैरान करने वाला है. #MeToo अभियान के तहत आजकल महिलाएं रोजाना आगे आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न का अनुभव साझा कर रही हैं और आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. यही वजह है कि #MeToo की जद में अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी आते दिख रहे हैं, बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर भी आ गये हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ में 9 महिलाओं ने #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. हालांकि, अब एक विदेशी महिला पत्रकार भी सामने आई हैं और उन्होंने भी एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर लगे आरोपों से मोदी सरकार बैकफुट पर है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार उनसे इस्तीफा ले सकती है. दरअसल,
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#MeToo पीड़ित अपनी आपबीती बताएं, कोई कुछ भी नहीं लिख सकता : बॉम्बे हाई कोर्ट
- Saturday October 20, 2018
- Reported by: सुनील कुमार सिंह
विकास बहल मानहानि मुक़दमे की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कई अहम बातों पर ज़ोर दिया. खासकर मी टू मूवमेंट पर कहा कि मी टू सिर्फ़ पीड़ित लोगों के लिए है ताकि वे आगे आकर अपनी आपबीती बता सकें. इसलिए नहीं है कि कोई भी कुछ भी लिखे. इसके लिए गाइडलाइन बननी चाहिए ताकि इसका दुरुपयोग न हो.
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यौन उत्पीड़न के आरोपियों की फेहरिस्त हो रही है लंबी, #MeToo के जद में आ रहे हैं बड़े-बड़े नाम
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कुछ समय पहले पूरी दुनिया में शुरू हुआ #MeToo कैंपेन अब भारत में भी अपने शबाब पर है. भारत में #MeToo कैंपेन के जरिये एक के बाद एक नए आरोप सामने आ रहे हैं और जिन लोगों के खिलाफ आरोप लग रहे हैं, वह हर कोई को हैरान करने वाला है. #MeToo अभियान के तहत आजकल महिलाएं रोजाना आगे आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न का अनुभव साझा कर रही हैं और आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. यही वजह है कि #MeToo की जद में अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी आते दिख रहे हैं, बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर भी आ गये हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ में 9 महिलाओं ने #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. हालांकि, अब एक विदेशी महिला पत्रकार भी सामने आई हैं और उन्होंने भी एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर लगे आरोपों से मोदी सरकार बैकफुट पर है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार उनसे इस्तीफा ले सकती है. दरअसल,
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