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Study Overseas

'Study Overseas' - 2 News Result(s)
  • महाराष्ट्र के 149 छात्रों का विदेश में पढ़ाई का सपना कैसे टूटा?

    महाराष्ट्र के 149 छात्रों का विदेश में पढ़ाई का सपना कैसे टूटा?

    केंद्र सरकार के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, ओवरसीज स्कॉलरशिप (एनओएस) स्कीम पर प्रत्येक राज्य के लिए कुल स्लॉट पर इस बार 10% की सीमा लगाई गई है. इससे महाराष्ट्र के 149 पात्र छात्र डिस्क्वलिफ़ाई हुए हैं जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते थे.

  • विदेश में पढ़ने की है इच्‍छा,तो ये हैं आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन

    विदेश में पढ़ने की है इच्‍छा,तो ये हैं आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन

    विदेश में पढ़ने की इच्‍छा हर छात्र की होती है. जब आप ये तय करते हैं कि आप विदेश में पढ़ाई करेंगे, तो इसका अगला कदम होता है कि किस देश और यूनिविसर्टी में जाया जाए. इसके लिए हम कई तरह की रिसर्च भी करते हैं, विशेषज्ञ से बात भी करते हैं. हालांकि पहले भारतीय छात्रों की यूएसए और यूके में पढ़ाई करने के इच्‍छा होती है हाल के राजनीतिक उथल-पुथल ने छात्रों को अन्य देशों की ओर मुड़ने के लिए मजबूर किया है. कई ऐसे यूरोपीय देश हैं जहां समान रूप से अच्छे विश्वविद्यालय हैं‌. कई सालों तक, विदेशों में अध्ययन करने के लिए जर्मनी भी पसंदीदा स्थलों में से एक रहा है. आइए जानते हैं

'Study Overseas' - 2 News Result(s)
  • महाराष्ट्र के 149 छात्रों का विदेश में पढ़ाई का सपना कैसे टूटा?

    महाराष्ट्र के 149 छात्रों का विदेश में पढ़ाई का सपना कैसे टूटा?

    केंद्र सरकार के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, ओवरसीज स्कॉलरशिप (एनओएस) स्कीम पर प्रत्येक राज्य के लिए कुल स्लॉट पर इस बार 10% की सीमा लगाई गई है. इससे महाराष्ट्र के 149 पात्र छात्र डिस्क्वलिफ़ाई हुए हैं जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते थे.

  • विदेश में पढ़ने की है इच्‍छा,तो ये हैं आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन

    विदेश में पढ़ने की है इच्‍छा,तो ये हैं आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन

    विदेश में पढ़ने की इच्‍छा हर छात्र की होती है. जब आप ये तय करते हैं कि आप विदेश में पढ़ाई करेंगे, तो इसका अगला कदम होता है कि किस देश और यूनिविसर्टी में जाया जाए. इसके लिए हम कई तरह की रिसर्च भी करते हैं, विशेषज्ञ से बात भी करते हैं. हालांकि पहले भारतीय छात्रों की यूएसए और यूके में पढ़ाई करने के इच्‍छा होती है हाल के राजनीतिक उथल-पुथल ने छात्रों को अन्य देशों की ओर मुड़ने के लिए मजबूर किया है. कई ऐसे यूरोपीय देश हैं जहां समान रूप से अच्छे विश्वविद्यालय हैं‌. कई सालों तक, विदेशों में अध्ययन करने के लिए जर्मनी भी पसंदीदा स्थलों में से एक रहा है. आइए जानते हैं