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टाटा सफारी, हैरियर भारत-एनकैप से फाइव स्टार रेटिंग पाने वाले पहले वाहन बने
- Wednesday December 20, 2023
घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स ने बुधवार को कहा कि उसके एसयूवी मॉडल- सफारी और हैरियर, स्वदेशी कार सुरक्षा रेटिंग कार्यक्रम भारत-एनकैप के तहत फाइव स्टार रेटिंग पाने वाले पहले वाहन बन गए हैं. सरकार ने अगस्त में भारतीय मानकों के अनुरूप वाहनों की सुरक्षा प्रणाली को आंकने के लिए भारत-एनकैप कार्यक्रम शुरू किया था. इस कार्यक्रम को उच्चतम वैश्विक सुरक्षा मानकों के आधार पर तैयार किया गया है.
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ndtv.in
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झारखंड सरकार ने सर्वाधिक प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के नाम सार्वजनिक किए
- Thursday October 20, 2022
झारखंड (Jharkhand) सरकार ने राज्य में प्रदूषण (Pollution) फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों (Industries) के नाम सार्वजनिक करने के लिए एक वेबसाइट शुरू की है. यह कदम उद्योगों को वायुमंडल में प्रदूषण फैलाने पर जवाबदेह ठहराने के लिए है. झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JMPCB) ने कहा है कि, "यह डेटा का सार्वजनकीकरण और पारदर्शिता मंच झारखंड के स्टार रेटिंग प्रोग्राम का हिस्सा है. इसमें उद्योगों को उनके पीएम उत्सर्जन के आधार पर एक स्टार से पांच स्टार तक क्लासीफाइड किया जाता है. जो सबसे अधिक प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग हैं उनको एक स्टार मिलता है. नियामकों के प्रदूषण मानकों के अनुसार सबसे कम प्रदूषण करने वालों को फाइव स्टार दिए जाते हैं."
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टाटा सफारी, हैरियर भारत-एनकैप से फाइव स्टार रेटिंग पाने वाले पहले वाहन बने
- Wednesday December 20, 2023
घरेलू वाहन विनिर्माता टाटा मोटर्स ने बुधवार को कहा कि उसके एसयूवी मॉडल- सफारी और हैरियर, स्वदेशी कार सुरक्षा रेटिंग कार्यक्रम भारत-एनकैप के तहत फाइव स्टार रेटिंग पाने वाले पहले वाहन बन गए हैं. सरकार ने अगस्त में भारतीय मानकों के अनुरूप वाहनों की सुरक्षा प्रणाली को आंकने के लिए भारत-एनकैप कार्यक्रम शुरू किया था. इस कार्यक्रम को उच्चतम वैश्विक सुरक्षा मानकों के आधार पर तैयार किया गया है.
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झारखंड सरकार ने सर्वाधिक प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के नाम सार्वजनिक किए
- Thursday October 20, 2022
झारखंड (Jharkhand) सरकार ने राज्य में प्रदूषण (Pollution) फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों (Industries) के नाम सार्वजनिक करने के लिए एक वेबसाइट शुरू की है. यह कदम उद्योगों को वायुमंडल में प्रदूषण फैलाने पर जवाबदेह ठहराने के लिए है. झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JMPCB) ने कहा है कि, "यह डेटा का सार्वजनकीकरण और पारदर्शिता मंच झारखंड के स्टार रेटिंग प्रोग्राम का हिस्सा है. इसमें उद्योगों को उनके पीएम उत्सर्जन के आधार पर एक स्टार से पांच स्टार तक क्लासीफाइड किया जाता है. जो सबसे अधिक प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग हैं उनको एक स्टार मिलता है. नियामकों के प्रदूषण मानकों के अनुसार सबसे कम प्रदूषण करने वालों को फाइव स्टार दिए जाते हैं."
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