India | Written by: अतुल चतुर्वेदी |शुक्रवार जनवरी 27, 2017 02:59 PM IST वैसे तो अपनी फिल्म के प्रदर्शन के लिए डायरेक्टर कोई कसर नहीं छोड़ते. लेकिन यदि कोई फिल्म डायरेक्टर अपनी फिल्म के प्रदर्शन के लिए किसी उग्रवादी संगठन की मदद लेने की सोचे तो हैरान होना लाजिमी है.