Mahalaya 2020
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Mahalaya 2020: जानिए, देवी दुर्गा को महिषासुरमर्दिनी क्यों कहा जाता है ?
- Thursday October 15, 2020
- Written by: संज्ञा सिंह
महिषासुर भगवान ब्रह्मा के एक समर्पित उपासक थे और वर्षों की तपस्या के बाद, ब्रह्मा ने उन्हें एक वरदान दिया. अपनी शक्ति पर गर्व करते हुए, महिषासुर ने भगवान ब्रह्मा से अमरता का वरदान मांगा और उसकी इच्छा थी कि पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति या जानवर उसे न मार पाए. ब्रह्मा ने उसे यह वरदान दिया और उसे बताया कि वह एक स्त्री के हाथों मारा जाएगा.
- ndtv.in
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Mahalaya 2020: महालया कब है ? महालया कैसे मनाया जाता है ? जानिए महालया का इतिहास
- Thursday October 15, 2020
- Written by: संज्ञा सिंह
Mahalaya 2020: महालया(Mahalya) से ही दुर्गा पूजा(Durga Puja) की शुरुआत हो जाती है. बंगाल के लोगों के लिए महालया का विशेष महत्व है. महालया के साथ ही जहां एक तरफ श्राद्ध (Shradh) खत्म हो जाते हैं, वहीं मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां दुर्गा कैलाश पर्व से धरती पर आगमन करती हैं और अगले 10 दिनों तक यहीं रहती हैं.
- ndtv.in
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बंगाल में मनाया गया महालया का पर्व, अधिमास के कारण एक महीने बाद होगी दुर्गा पूजा
- Thursday September 17, 2020
- Reported by: भाषा
पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को महालया (Mahalaya) के अवसर पर लाखों लोगों ने ‘तर्पण’ किया. हालांकि, इस वर्ष दुर्गा पूजा महोत्सव (Durga Puja Festival), अधिमास के कारण एक महीने बाद शुरू होगा. कोविड-19 महामारी (Covid 19 Pandemic) के बीच राज्यभर में लाखों लोगों ने हुगली और अन्य नदियों तथा जलाशयों के किनारे अपने पुरखों का तर्पण किया.
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महिषासुर भगवान ब्रह्मा के एक समर्पित उपासक थे और वर्षों की तपस्या के बाद, ब्रह्मा ने उन्हें एक वरदान दिया. अपनी शक्ति पर गर्व करते हुए, महिषासुर ने भगवान ब्रह्मा से अमरता का वरदान मांगा और उसकी इच्छा थी कि पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति या जानवर उसे न मार पाए. ब्रह्मा ने उसे यह वरदान दिया और उसे बताया कि वह एक स्त्री के हाथों मारा जाएगा.
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