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दिल्ली में हिंसा के एक दिन बाद किसान अपना समर्थन खोते दिखे
- Thursday January 28, 2021
- Reported by: भाषा
ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद हरियाणा में विरोध कर रहे किसान बुधवार को अपना समर्थन खोते दिखे. हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कम से कम 15 गांवों की एक पंचायत ने बुधवार को तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर डेरा डाले किसानों से 24 घंटे के भीतर सड़क खाली करने को कहा.
- ndtv.in
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मध्यप्रदेश : मंत्रियों के रिश्तेदार सरकारी कर्मचारियों से कर रहे बदसलूकी, कई मामले सामने आए
- Wednesday November 6, 2019
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: सूर्यकांत पाठक
मध्यप्रदेश में सत्ता में आने के महज 11 महीने बाद कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्रियों के परिजन और समर्थक सरकारी कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करते नज़र आ रहे हैं. पहला मामला राज्य की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में हुआ. वहां इंदौर नगर निगम के कर्मचारी डिप्टी कमिश्नर एमएस चौहान के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक तुलसी सिलावट के जन्मदिन के मौके पर संयोगितागंज क्षेत्र में लगाए गए होर्डिंग्स को हटा रहे थे. जिस वक्त कमलनाथ सरकार के 31 अक्टूबर के फैसले के मुताबिक अनाधिकृत होर्डिंग्स को हटाया जा रहा था कथित तौर पर तुलसी सिलावट के कुछ रिश्तेदार और स्वास्थ्य मंत्री के समर्थकों ने वहां पहुंचकर नगर निगम कर्मचारियों की पिटाई कर दी.
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दिल्ली में हिंसा के एक दिन बाद किसान अपना समर्थन खोते दिखे
- Thursday January 28, 2021
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ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद हरियाणा में विरोध कर रहे किसान बुधवार को अपना समर्थन खोते दिखे. हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कम से कम 15 गांवों की एक पंचायत ने बुधवार को तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर डेरा डाले किसानों से 24 घंटे के भीतर सड़क खाली करने को कहा.
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मध्यप्रदेश : मंत्रियों के रिश्तेदार सरकारी कर्मचारियों से कर रहे बदसलूकी, कई मामले सामने आए
- Wednesday November 6, 2019
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मध्यप्रदेश में सत्ता में आने के महज 11 महीने बाद कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्रियों के परिजन और समर्थक सरकारी कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करते नज़र आ रहे हैं. पहला मामला राज्य की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में हुआ. वहां इंदौर नगर निगम के कर्मचारी डिप्टी कमिश्नर एमएस चौहान के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक तुलसी सिलावट के जन्मदिन के मौके पर संयोगितागंज क्षेत्र में लगाए गए होर्डिंग्स को हटा रहे थे. जिस वक्त कमलनाथ सरकार के 31 अक्टूबर के फैसले के मुताबिक अनाधिकृत होर्डिंग्स को हटाया जा रहा था कथित तौर पर तुलसी सिलावट के कुछ रिश्तेदार और स्वास्थ्य मंत्री के समर्थकों ने वहां पहुंचकर नगर निगम कर्मचारियों की पिटाई कर दी.
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