Kunvarji Bavaliya
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गुजरात के मंत्री ने दो बांध बनाने की योजना पर आपत्ति जताते हुए राजस्थान सरकार को पत्र लिखा
- Saturday August 12, 2023
- Reported by: भाषा, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
बावलिया के अनुसार, राजस्थान को 40 साल पहले गुजरात के मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर धरोई बांध बनाते समय हस्ताक्षरित जल-बंटवारा समझौते का पालन करना चाहिए. साबरमती नदी राजस्थान से निकलती है, जबकि सेई एक सहायक नदी है, जो उत्तरी गुजरात में प्रवेश करने से पहले साबरमती में विलीन हो जाती है. धरोई बांध उत्तरी गुजरात में स्थित है.
- ndtv.in
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महिलाओं ने कहा- आधे गांव को ही मिलता है पीने का पानी, तो BJP मंत्री बोले- मुझे वोट भी आधे लोगों ने ही दिया था
- Sunday April 14, 2019
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कनसारा गांव में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे मंत्री को गांववालों के गुस्से का सामना करना पड़ा था, इनमें ज्यादात्तर महिलाए थीं, जो शिकायत कर रही थीं कि आधे गांव को ही पीने का पानी मिल पाता है. इस पर मंत्री ने कहा कि पिछली बार केवल 55 फीसदी गांववालों ने ही मुझे वोट दिया था. मंत्री ने कहा, 'मेरे पास पूरा जल संशाधन मंत्रालय है, मैं सरकार में हूं. अगर जरूरत पड़ी तो मैं गांव में पानी की सप्लाई के लिए करोड़ों रुपये मंजूर कर सकता हूं. जब इस बार मैंने चुनाव लड़ा तो मुझे केवल 55 फीसदी वोट मिले. आप सब लोगों ने मुझे वोट क्यों नहीं दिया.'
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गुजरात के मंत्री ने दो बांध बनाने की योजना पर आपत्ति जताते हुए राजस्थान सरकार को पत्र लिखा
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बावलिया के अनुसार, राजस्थान को 40 साल पहले गुजरात के मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर धरोई बांध बनाते समय हस्ताक्षरित जल-बंटवारा समझौते का पालन करना चाहिए. साबरमती नदी राजस्थान से निकलती है, जबकि सेई एक सहायक नदी है, जो उत्तरी गुजरात में प्रवेश करने से पहले साबरमती में विलीन हो जाती है. धरोई बांध उत्तरी गुजरात में स्थित है.
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महिलाओं ने कहा- आधे गांव को ही मिलता है पीने का पानी, तो BJP मंत्री बोले- मुझे वोट भी आधे लोगों ने ही दिया था
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कनसारा गांव में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे मंत्री को गांववालों के गुस्से का सामना करना पड़ा था, इनमें ज्यादात्तर महिलाए थीं, जो शिकायत कर रही थीं कि आधे गांव को ही पीने का पानी मिल पाता है. इस पर मंत्री ने कहा कि पिछली बार केवल 55 फीसदी गांववालों ने ही मुझे वोट दिया था. मंत्री ने कहा, 'मेरे पास पूरा जल संशाधन मंत्रालय है, मैं सरकार में हूं. अगर जरूरत पड़ी तो मैं गांव में पानी की सप्लाई के लिए करोड़ों रुपये मंजूर कर सकता हूं. जब इस बार मैंने चुनाव लड़ा तो मुझे केवल 55 फीसदी वोट मिले. आप सब लोगों ने मुझे वोट क्यों नहीं दिया.'
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