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Amulya Leona Pakistan Zindabad

'Amulya Leona Pakistan Zindabad' - 2 News Result(s)
  • बेंगलुरु कोर्ट ने खारिज की ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने वाली छात्रा की जमानत याचिका 

    बेंगलुरु कोर्ट ने खारिज की ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने वाली छात्रा की जमानत याचिका 

    यह घटना उस वक्त हुई थी, जब अमूल्या को ‘हमारा संविधान बचाओ’ के बैनर तले सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में एकत्र लोगों को संबोधित करने के लिये मंच पर बुलाया गया था. अमूल्या को तब कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद यहां मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया था, जिन्होंने उसे देशद्रोह के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

  • राजद्रोह जैसा आरोप लगाना कुछ ज्यादा नहीं है?

    राजद्रोह जैसा आरोप लगाना कुछ ज्यादा नहीं है?

    एक छोटी सी कहानी सुनाना चाहता हूं. यह कहानी आपको याद दिलाएगी कि हम कहां से कहां आ गए हैं. यह हालत हो गई है कि उस मुल्क का नाम सुनते ही इस मुल्क के होश उड़ने लगे हैं. जो अधिकारी अपना काम शायद ही कभी ठीक से कर पाते हों वो तुरंत केस दर्ज कर हीरो बन जाते हैं. राजद्रोह ही लगता है इस वक्त का सबसे प्रचलित अपराध है. पब्लिक लड़की के घर भी चली जाती है और पत्थर मारने लगती है. हम बंगलूरू की अमूल्या को लेकर ही बात करना चाहते हैं.

'Amulya Leona Pakistan Zindabad' - 2 News Result(s)
  • बेंगलुरु कोर्ट ने खारिज की ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने वाली छात्रा की जमानत याचिका 

    बेंगलुरु कोर्ट ने खारिज की ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे लगाने वाली छात्रा की जमानत याचिका 

    यह घटना उस वक्त हुई थी, जब अमूल्या को ‘हमारा संविधान बचाओ’ के बैनर तले सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में एकत्र लोगों को संबोधित करने के लिये मंच पर बुलाया गया था. अमूल्या को तब कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद यहां मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया था, जिन्होंने उसे देशद्रोह के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

  • राजद्रोह जैसा आरोप लगाना कुछ ज्यादा नहीं है?

    राजद्रोह जैसा आरोप लगाना कुछ ज्यादा नहीं है?

    एक छोटी सी कहानी सुनाना चाहता हूं. यह कहानी आपको याद दिलाएगी कि हम कहां से कहां आ गए हैं. यह हालत हो गई है कि उस मुल्क का नाम सुनते ही इस मुल्क के होश उड़ने लगे हैं. जो अधिकारी अपना काम शायद ही कभी ठीक से कर पाते हों वो तुरंत केस दर्ज कर हीरो बन जाते हैं. राजद्रोह ही लगता है इस वक्त का सबसे प्रचलित अपराध है. पब्लिक लड़की के घर भी चली जाती है और पत्थर मारने लगती है. हम बंगलूरू की अमूल्या को लेकर ही बात करना चाहते हैं.