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Aap Foundation Day

'Aap Foundation Day' - 2 News Result(s)
  • "मन भारी है आज सिसोदिया साथ नहीं": AAP के स्‍थापना दिवस पर केजरीवाल हुए भावुक

    "मन भारी है आज सिसोदिया साथ नहीं": AAP के स्‍थापना दिवस पर केजरीवाल हुए भावुक

    AAP Foundation Day: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के स्‍थापना दिवस के अवसर पर कहा कि यह आम आदमी पार्टी का पहला ऐसा स्थापना दिवस है, जब मनीष सिसोदिया, संजय सिंह मौजूद नहीं हैं...

  • 'आप' के स्थापना दिवस पर बोले अरविंद केजरीवाल, हमारे साढ़े तीन साल मोदी के 12 साल पर भारी

    'आप' के स्थापना दिवस पर बोले अरविंद केजरीवाल, हमारे साढ़े तीन साल मोदी के 12 साल पर भारी

    पिछले साढ़े तीन साल में हमने दिल्ली में जो काम करके दिखाए हैं, उसकी प्रशंसा देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में हो रही है. मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तब सरे देश में घूम- घूम कर गुजरात मॉडल का गुणगान कर रहे थे. मैं मोदी जी को चैलेंज करता हूं कि गुजरात के स्कूल देख लें और दिल्ली के स्कूल देख लें. गुजरात की बिजली व्यवस्था देख लें और दिल्ली की बिजली व्यवस्था देख लें. गुजरात की सड़कें देख लें और दिल्ली की सड़कें देख लें. गुजरात की सीवर व्यस्था देख लें और दिल्ली की सीवर व्यस्था देख लें और तय कर लें कि गुजरात डेवलपमेंट मॉडल बेहतर है या दिल्ली डेवलपमेंट मॉडल बेहतर है "

'Aap Foundation Day' - 2 News Result(s)
  • "मन भारी है आज सिसोदिया साथ नहीं": AAP के स्‍थापना दिवस पर केजरीवाल हुए भावुक

    "मन भारी है आज सिसोदिया साथ नहीं": AAP के स्‍थापना दिवस पर केजरीवाल हुए भावुक

    AAP Foundation Day: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के स्‍थापना दिवस के अवसर पर कहा कि यह आम आदमी पार्टी का पहला ऐसा स्थापना दिवस है, जब मनीष सिसोदिया, संजय सिंह मौजूद नहीं हैं...

  • 'आप' के स्थापना दिवस पर बोले अरविंद केजरीवाल, हमारे साढ़े तीन साल मोदी के 12 साल पर भारी

    'आप' के स्थापना दिवस पर बोले अरविंद केजरीवाल, हमारे साढ़े तीन साल मोदी के 12 साल पर भारी

    पिछले साढ़े तीन साल में हमने दिल्ली में जो काम करके दिखाए हैं, उसकी प्रशंसा देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में हो रही है. मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तब सरे देश में घूम- घूम कर गुजरात मॉडल का गुणगान कर रहे थे. मैं मोदी जी को चैलेंज करता हूं कि गुजरात के स्कूल देख लें और दिल्ली के स्कूल देख लें. गुजरात की बिजली व्यवस्था देख लें और दिल्ली की बिजली व्यवस्था देख लें. गुजरात की सड़कें देख लें और दिल्ली की सड़कें देख लें. गुजरात की सीवर व्यस्था देख लें और दिल्ली की सीवर व्यस्था देख लें और तय कर लें कि गुजरात डेवलपमेंट मॉडल बेहतर है या दिल्ली डेवलपमेंट मॉडल बेहतर है "