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Indoor security cameras: हम मार्केट में निकल पड़ते हैं, Home Security Camera System खरीदीने. लेकिन ऑप्शन से भरी हुई मार्केट में ये समझ पाना की हमारे लिए क्या सही है, थोड़ा मुश्किल होता है. ऐसे में अपनी जरूरतों के हिसाब से सबसे सही कैमरा सेलेक्ट करते समय कैमरे का टाइप, नाइट विजन और मोशन डिटेक्शन जैसी सुविधाओं के बारे में आपको पता होना चाहिए. चाहे आप अपनी फैमिली, कीमती सामान को सेफ करना चाहते हों या बस मन की शांति के लिए सिक्योरिटी कैमरा सिस्टम लगाना चाहते है, हमेशा अच्छी क्वालिटी और फीचर को ध्यान में रखकर कैमरे सेलेक्ट करना चाहिए. क्या आपको wired या wireless camera लेना चाहिए? आपको किस तरह की इमेज क्वालिटी चाहिए? इसमें स्टोरेज कितनी जरूरी है? क्या आपको स्मार्ट फीचर वाला सिस्टम लेना चाहिए? ऐसे ही तमाम सवालों का आइए जवाब देते हैं.
स्मार्ट सुविधाएं और मौसम रेजिस्टेंट जैसे फीचर्स को ध्यान में रखकर ही आप अच्छी क्वालिटी का कैमरा खरीदें. System; Photo Credit: Pexels
1. कैमरा रिजाल्यूशन: क्रिस्टल क्लियर या ब्लरी फुटेज | Camera Resolution: Crystal Clear or Blurry Footage?
सिक्योरिटी कैमरों की जब भी बात आती है, तो सबसे जरूरी होता है साफ दिखाई देना. सभी कैमरे क्लीयर फुटेज कैप्चर करते हैं, लेकिन सभी का रिजॉल्यूशन एक जैसा नहीं होता. मिनिमम 1080p रिजॉल्यूशन (फुल HD) बेस्ट रहता है. अगर इससे कम रिजॉल्यूशन वाला कैमरा आप लेंगे तो उसमें आपको दानेदार, पिक्सेलेट फोटो देखने को मिलेगी, जिससे आप घर/ऑफिस में आने वालों की पहचान आसानी से नहीं कर पाएंगे.
2. व्यू एरिया
कैमरा लेते समय आप अकसर मेन एरिया जैसे साइड गेट या अपने ड्राइववे के हिस्से को मिस कर देते हैं. कैमरे का देखने का एरिया (FOV) यह बताता है कि कैमरा एक फ्रेम में कितना एरिया कवर कर सकता है. देखने का एरिया जितना ज्यादा होगा, कैमरा उतनी ही अधिक जगह की निगरानी कर सकता है. कुछ कैमरे 90° का FOV देते हैं, जबकि कुछ 180° या यहां तक कि 360° तक फैल सकते हैं. ज्यादातर घरों के लिए, 120° से 160° का FOV परफेक्ट रहता है, क्योंकि यह ओवरलैप के बिना अच्छी कवरेज देता है.
3. वायर्ड बनाम वायरलेस
वायर्ड सिस्टम या वायरलेस सिस्टम दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं, ऐसे में आपको कौन-सा कैमरा लेना है ये आपके घर के लेआउट और आपकी पर्सनल च्वाइस पर निर्भर करता है.
वायर्ड कैमरे अपने स्टेबल कनेक्शन के लिए जाने जाते हैं. जबकि ये आपके घर की इलेक्ट्रिसिटी और इंटरनेट में हार्डवायर्ड होते हैं, इसलिए ये Wi-Fi सिग्नल पर निर्भर नहीं होते हैं. दूसरी ओर, वायरलेस कैमरे ज्यादा फ्लेक्सिबल होते हैं और इन्हें लगाना आसान होता है. इन्हें आपके वाई-फाई सिग्नल की रेंज में कहीं भी लगाया जा सकता है, लेकिन ये मज़बूत, स्टेबल कनेक्शन पर निर्भर करते हैं. अगर आपका इंटरनेट सही नहीं है, तो आपको देरी या इमेज फ़्रीज होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
4. नाइट विजन
ज्यादातर चोरी रात में होती है. अगर आपके कैमरे में अच्छा नाइट विजन फीचर नहीं है, तो यह तब बेकार हो सकता है जब आपको इसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो. नाइट विजन इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करता है ताकि कम रोशनी या पूरी तरह अंधेरे में भी फुटेज आसानी कैप्चर किया जा सके.
जब कैमरा चुनें, तो सुनिश्चित करें कि यह अच्छी क्वालिटी वाला नाइट विजन और लंबी रेंज देता है. कमजोर नाइट विजन रेंज वाला कैमरा केवल अपने सामने का क्षेत्र ही कैप्चर कर सकता है, जिससे आपके घर के अन्य हिस्से बिना कैमरे की पहुंच से दूर हो जाते हैं. ऐसे कैमरे देखें जिनमें इंफ्रारेड एलईडी हों, जिनकी रेंज 20 से 30 मीटर तक हो.
5. स्टोरेज ऑप्शन्स
एक बार जब आपके कैमरे रिकॉर्डिंग शुरू कर दें, तो सारा फुटेज कहां जाता है? स्टोरेज में. कुछ कैमरे माइक्रोएसडी कार्ड पर फुटेज स्टोर करते हैं, जबकि अन्य क्लाउड स्टोरेज या दोनों का कॉम्बिनेशन यूज करते हैं.
क्लाउड स्टोरेज के अपने फायदे हैं, क्योंकि यह ऑफ-साइट स्टोरेज देता है जिसे कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता. हालांकि, इसके लिए आमतौर पर आपको फीस देनी होती है, जो समय के साथ बढ़ सकती है. दूसरी ओर, लोकल स्टोरेज जैसे माइक्रोएसडी कार्ड या नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर (NVRs) लंबी अवधि में कोस्ट इफेक्टिव होते हैं.
6. स्मार्ट फीचर्स
अब वे दिन चले गए जब सुरक्षा कैमरे केवल फुटेज रिकॉर्ड करने के बुनियादी टूल थे. आज, कैमरे स्मार्ट फीचर्स के साथ आते हैं. मोशन डिटेक्शन में कैमरा किसी भी एक्टिविटी का पता चलते ही रिकॉर्डिंग शुरू करता है, जिससे स्टोरेज बेकार नहीं होता. टू-वे ऑडियो सिस्टम में कैमरे के माध्यम से बात करने की सुविधा मिलती है. स्मार्टफोन अलर्ट्स होने पर महत्वपूर्ण गतिविधियों पर नोटिफिकेशन मिलते हैं. इन फीचर्स को इग्नोर न करें.
7. मौसम के अनुरूप होने चाहिए
अगर आप आउटडोर कैमरे इंस्टॉल कर रहे हैं, तो मौसम के अनुरूप कैमरे लें. भारत में मौसम बदलता रहता है—तेज़ गर्मी, भारी बारिश, और उमस के बीच ऐसा कैमरा चुनना जरूरी है जो इन सबका सामना कर सके. IP-रेटेड कैमरे देखें, जो धूल और पानी से बचाने में सक्षम होते हैं. IP65 रेटिंग वाला कैमरा धूल-रेजिस्टेंट होता है और बारिश को सह सकता है, जिससे इसे बाहर यूज करना आसान हो जाता है.
8. बजट
अब आती है आपके बजट की बारी. सिक्योरिटी कैमरों की कीमतें हजार रुपये से लेकर कई हजारों तक हो सकती हैं. लेकिन सवाल यह है कि आपकी प्राथमिकता क्या है और आप किस पर समझौता कर सकते हैं? कम कीमत वाले कैमरे मजेदर लग सकते हैं, लेकिन उनकी क्वालिटी और फीचर्स लीमिटेड हो सकते हैं. सस्ती कीमत पर कम रेज़ोल्यूशन या फीचर्स मिल सकते हैं, ऐसे में हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही कैमरा खरीदें.
ये हैं आपके काम आने वाले प्रोडक्ट
1. MANOMAY 2MP Smart CCTV Wi-fi Home Security Camera with Pan Tilt 360° View, 2 Way Talk, Cloud Monitor
2. Imou 360° 1080P Full HD Security Camera, Human Detection
3. Tapo C201 360° 2MP 1080p Full HD Pan
4. Qubo Smart 360 2K 3MP 1296p WiFi CCTV Security Camera from Hero Group
5. Tapo TP-Link C210 360° 3MP Full HD 2304 X 1296P Video Pan
6. Imou 3MP Smart CCTV Security WiFi Camera for Home, 360° Coverage, AI Human Detection
7. Trueview Smart Security Camera 4G 3mp CCTV Dome Camera for Home
8. Trueview 3Mp HD 4G SIM Based Pan Tilt CCTV Camera
अपने घर के लिए सही सुरक्षा कैमरा सिस्टम चुनना कोई मुश्किल काम नहीं है. कैमरा रिजॉल्यूशन, स्टोरेज ऑप्शन, स्मार्ट सुविधाएं और मौसम रेजिस्टेंट जैसे फीचर्स को ध्यान में रखकर ही आप अच्छी क्वालिटी का कैमरा खरीद सकते हैं. याद रखें, सुरक्षा का मतलब सिर्फ आपकी संपत्ति की सुरक्षा नहीं है, इसका मतलब है आपको और आपके परिवार वालों को मानसिक शांति देना.
अस्वीकरण: इस लेख में इस्तेमाल की गई फोटो केवल चित्रण के उद्देश्य से ली गई हैं. हो सकता है कि वे इस लेख में दिए गए प्रोडक्ट, कैटेगरी और ब्रांड का यह प्रतिनिधित्व न करें.