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तेजा मैं हूं, मार्क इधर है... ये हैं बॉलीवुड के पांच 'तेजा'

हीरो तक तक हीरो नहीं बनता जब तक की उसके सामने कोई विलेन न हो। और भला ये कैसे हो सकता है कि बॉलीवुड में कोई फिल्‍म बने और उसमें विलेन न हो। हो सकता है कि विलेन का रोल ज्‍यादा गंभीर न हो या फिर हल्‍का हो, लेकिन विलेन होता जरूर है। बॉलीवुड के इन विलेन्‍स में से कई दर्शकों के दिलों में लम्‍बे समय तक रह जाते हैं, ऐसा ही एक विलेन है 'तेजा'। ये तेजा सिर्फ 'अंदाज अपना अपना' का नहीं है, बॉलीवुड की और भी फिल्‍मों में तेजा नाम के विलेनों ने जमकर उत्‍पात मचाया है।

  • हीरो तक तक हीरो नहीं बनता जब तक की उसके सामने कोई विलेन न हो। और भला ये कैसे हो सकता है कि बॉलीवुड में कोई फिल्‍म बने और उसमें विलेन न हो। हो सकता है कि विलेन का रोल ज्‍यादा गंभीर न हो या फिर हल्‍का हो, लेकिन विलेन होता जरूर है। बॉलीवुड के इन विलेन्‍स में से कई दर्शकों के दिलों में लम्‍बे समय तक रह जाते हैं, ऐसा ही एक विलेन है 'तेजा'। ये तेजा सिर्फ 'अंदाज अपना अपना' का नहीं है, बॉलीवुड की और भी फिल्‍मों में तेजा नाम के विलेनों ने जमकर उत्‍पात मचाया है।
  • साल 1994 की फ़िल्म अंदाज़ अपना अपना में तेज़ा का रोल निभा कर परेश रावल ने विलेन वर्ल्‍ड में तेजा नाम पर अपना कब्‍जा सा जमा लिया।
  • 'तेजा मैं हूं, मार्क इधर है' डायलॉग के साथ ही फिल्‍म अंदाज अपना अपना के क्राइममास्‍टर गोगो के डायलॉग 'ये तेजा तेजा क्‍या है' ने भी इस किरदार के नाम को खूब पहचान दिलाई।
  • साल 1973 में आई फिल्‍म जंजीर में अजीत ने जिस विलेन का किरदार निभाया था उसका नाम भी तेजा ही था। अंदाज अपना अपना का तेजा जहां फनी था वहीं जंजीर में तेजा का किरदार निहायत ही प्रोफेशनल गैंगलीडर का था। इस फिल्‍म में जब अजीत खान ने एक अलग ही अंदाज में 'मोना डार्लिंग' को पुकारा, तो ये किरदार भी अपनी छाप छोड़े बिना नहीं रहा।
  • जंजीर में तेजा का जो डायलॉग मश्‍हूर हुआ वो था- आ जाओ विजय, बैठो और हमारे साथ एक स्‍कॉच पिओ, हम तुम्‍हें खा थोड़ी जाएंगे, वैसे भी हम वैजिटेरियन हैं।
  • तेजा नाम का विलेन बनने का काम अजीत वाच्छानी ने भी किया। वे 1987 में फिल्‍म मिस्‍टर इंडिया में तेजा नाम के विलेन के रूप में दिखे।
  • फिल्‍म में तेजा मिस्‍टर इंडिया से कहता है- अगर तुम आम हिंदुस्‍तानी हो तो दिखाई क्‍यों नहीं देते. जिस पर मिस्‍टर इंडिया ने कहा था- क्‍योंकि तुम्‍हारी आंखें में इतना लालच भरा हुआ है कि तुम्‍हें आज तक कोई आम हिंदुस्‍तानी दिखाई ही नहीं दिया, तो आज क्‍या देखोगे?
  • प्रकाश राज ने भी अपनी फिल्‍म में विलेन के लिए तेजा नाम चुना। उन्‍होंने साल 2013 में जंजीर का रीमेक बनाते हुए मूल फिल्‍म के तेजा को ध्‍यान में रखते हुए तेजा और मोना की जोड़ी को इस फिल्‍म में भी बरकरार रखा।
  • साल 2013 की जंजीर में प्रकाश राज ने तेजा का एक नया ही रूप पेश किया।
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