इस बार असम चुनाव में कई मुद्दों पर पार्टियां वोट मांग रही हैं। पिछले चार दशकों से असम के सभी चुनावों में घुसपैठ एक बड़ा चुनावी मुद्दा रहा है और इस साल हो रहे विधानसभा चुनाव भी इससे अछूते नहीं हैं।
घुसपैठ की समस्या लंबे समय से राज्य में बनी हुई है। एनआरसी से उम्मीद थी कि इससे उन लोगों की पहचान होगी जो 1971 के बाद असम में गैर कानूनी रूप से आए हैं ।