स्पेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी और 22 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन राफेल नडाल ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय टेनिस से संन्यास का ऐलान किया है. उल्लेखनीय है कि स्पेन में होने वाला डेविस कप फाइनल एक पेशेवर खिलाड़ी के रूप में उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा. नडाल टेनिस इतिहास के दूसरे सबसे सपल खिलाड़ी के रूप में संन्यास ले रहे हैं. उनसे आगे केवल उनके चिर प्रतिद्वंद्वी नोवाक जोकोविच हैं, जिन्होंने अब तक 24 मेजर खिताब जीते हैं.
जहां शुरू हुआ करियर वहीं खेलेंगे आखिरी मुकाबला
नडाल ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, "मैं आपको यह बताने के लिए यहां हूं कि मैं पेशेवर टेनिस से संन्यास ले रहा हूं. पिछले कुछ साल बहुत मुश्किल रहे हैं, खासकर पिछले दो साल. यह एक कठिन निर्णय रहा है, जिसे लेने में मुझे काफी समय लगा, लेकिन इस जीवन में जिस चीज की शुरुआत होती है उसका अंत भी होता है, और मुझे लगता है कि यह उस लंबे और बहुत सफल करियर को समाप्त करने का सही समय है, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी."
राफेल नडाल के पेशेवर टेनिस करियर को फंख डेविस कप से मिला था और वहीं पर वह अपने करियर का अंत करेंगे. डेविस कप को लेकर उत्साहित राफेल नडाल ने कहा,"मैं बहुत उत्साहित हूं कि मेरा आखिरी टूर्नामेंट डेविस कप फाइनल होगा, जिसमें मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करूंगा. मुझे लगता है कि यह एक सर्कल पूरा हो रहा है, क्योंकि मेरी खुशी के पहले सबसे शानदार पलों में से एक 2004 में सेविले में (डेविस कप) फाइनल था."
लाल बजरी का बादशाह
92 बार के टूर-स्तरीय चैंपियन, जिन्होंने एटीपी रैंकिंग में नंबर 1 पर 209 सप्ताह बिताए हैं, नडाल 2001 में पेशेवर बनने के बाद से एटीपी टूर पर अग्रणी सितारों में से एक रहे हैं. उनके 22 ग्रैंड स्लैम खिताबों में रौलां गैरो में रिकॉर्ड 14 खिताब शामिल हैं. उन्होंने चार यूएस ओपन खिताब भी जीते हैं और दो बार ऑस्ट्रेलियन ओपन और विंबलडन दोनों जीते हैं.
नडाल ने ओलंपिक एकल और युगल स्वर्ण भी जीता है और उन्होंने स्पेन को पांच डेविस कप खिताब दिलाने में मदद की है. राफेल नडाल को किंग ऑफ क्ले क्यों कहा जाता है यह इससे भी समझ सकते हैं कि उन्होंने 10 बार अपने खिताब का बचाव किया है. राफेल नडाल का इस दौरान जीत प्रतिशत 97 का रहा है.
राफेल नडाल की ऐतिहासिक उपबल्धियां
किसी भी खिलाड़ी ने 18 साल की प्रमुख अवधि में नडाल के 14 रोलैंड-गैरोस खिताब से अधिक नहीं जीते हैं, जिसमें क्ले के राजा ने 10 बार अपने मुकुट का बचाव किया और अविश्वसनीय 97% जीत प्रतिशत दर्ज किया. नडाल ने 24 साल की उम्र में करियर गोल्डन स्लैम पूरा किया था - यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष खिलाड़ी है.
इसके अलावा वह एकल और युगल इतिहास में ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं. फ्रेंच ओपन खिताबों की अपनी रिकॉर्ड संख्या के साथ, वह मोंटे-कार्लो और बार्सिलोना के एटीपी टूर कार्यक्रमों में क्रमशः 11 और 12 खिताबों के साथ सबसे सफल खिलाड़ी हैं.
अप्रैल 2005 और मई 2007 के बीच, नडाल ने क्ले कोर्ट पर लगातार 81 मैच जीते, जो ओपन युग में किसी एक सतह पर सबसे लंबी जीत का सिलसिला है. उन्होंने 2010 में एक ही वर्ष में तीन अलग-अलग सतहों पर प्रमुख खिताब जीतकर सरफेस स्लैम और दो मौकों पर डबल चैनल स्लैम (एक ही वर्ष में फ्रेंच ओपन और विंबलडन जीतना) जीतने वाले खिलाड़ी हैं. राफेल नडाल तीन अलग-अलग दशकों में विश्व में नंबर एक बनने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं.
नडाल, फेडरर या जोकोविच कौन महान
ओपन एरा में टेनिस का दिग्गज कौन है, इसको लेकर बहस कोई नई नहीं हैं. राफेल नडाल, रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच में कौन सबसे महान खिलाड़ी है, इसको लेकर हमेशा से फैंस के बीच बात होती है. अगर आंकड़ों के नजरिए से देखें को रोजर फेडरर ने 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं, जबकि राफेल नडाल ने 22 और नोवाक जोकोविच ने 24 खिताब जीते हैं. नोवाक जोकोविच टेनिस इतिहास में ओपन एरा में सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले टेनिस खिलाड़ी हैं.
राफेल नडाल के नाम 81 हफ्तों तक लगातार क्ले कोर्ट पर वर्ल्ड नंबर 1 रहने का रिकॉर्ड है.
बात अगर हेड-टु-हेड रिकॉर्ड की करें तो नडाल का फेडरर के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 24-16 का है. जबकि ग्रैंड स्लैम में नडाल का फेडरर के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 10-4 का है.
अगर जोकोविच के खिलाफ रिकॉर्ड की बात करें तो नडाल का जीत-हार का रिकॉर्ड 29-31 का है. जबकि ग्रैंड स्लैम में नडाल का जोकोविच के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 11-7 का है.
राफेल नडाल और रोजर फेडरर के बीच 2008 में हुए विंबलडन फाइनल को टेनिस इतिहास के सबसे बेहतरीन मुकाबलों में शुमार किया जाता है. इस क्लासिक मुकाबले में राफेल नडाल ने पांच बार के चैंपियन रोजर फेडरर को पांच सेट में हराया था.
किसने कितने बार जीता कौन सा स्लैम
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