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This Article is From Nov 16, 2019

शिवसेना ने BJP पर साधा निशाना, विधायकों की खरीद-फरोख़्त की कोशिश का लगाया आरोप

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है और विधायकों की खरीद-फरोख़्त का आरोप लगाया है.

शिवसेना ने BJP पर साधा निशाना, विधायकों की खरीद-फरोख़्त की कोशिश का लगाया आरोप
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
  • शिवसेना ने बीजेपी पर साधा निशाना
  • विधायकों की खरीद-फरोख़्त का लगाया आरोप
  • कहा, कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है
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नई दिल्ली/ मुंबई:

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है और विधायकों की खरीद-फरोख़्त का आरोप लगाया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा, 'राज्य में नए समीकरण बनता देख कई लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है. ऐसे श्राप भी दिए जा रहे हैं कि अगर सरकार बन भी गई तो कैसे और कितने दिन टिकेगी, देखते हैं. कहा जा रहा है कि सरकार 6 महीने से ज्यादा नहीं टिकेगी. हम महाराष्ट्र के मालिक हैं और देश के बाप हैं, अगर ऐसा किसी को लगता है तो वह इस मानसिकता से बाहर आ जाए. ये मानसिक अवस्था '105 वालों' के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.'  

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शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ' 105 वाले जो लोग ऐसा कह रहे हैं कि अब भाजपा की सरकार आएगी, वो पहले ही राज्यपाल से मिलकर साफ कह चुके हैं कि हमारे पास बहुमत नहीं है और सरकार बनाने में असमर्थ. अब वही लोग राष्ट्रपति शासन लगते ही 'अब सिर्फ हमारी सरकार है', यह किस मुंह से कह रहे हैं? पहले जो बहुमत उनके पास पहले नहीं था अब वो बहुमत राष्ट्रपति शासन के सिलबट्टे से कैसे बाहर निकलेगा? हम लोकतंत्र और नैतिकता का खून करके ‘आंकड़ा' जोड़ सकते हैं, ऐसी भाषा महाराष्ट्र की परंपरा को शोभा नहीं देती. राज्य में राष्ट्रपति शासन की आड़ में घोड़ा बाजार (हॉर्स ट्रेडिंग) लगाने का मंसूबा अब साफ हो गया है.' 

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शिवसेना ने कहा, नितिन गडकरी कहते हैं कि क्रिकेट में आखिर समय तक कुछ भी हो सकता है. आजकल क्रिकेट खेल कम और धंधा ज्यादा बन गया है. क्रिकेट के खेल में भी राजनीति की तरह ‘घोड़ाबाजार' शुरू है. राजनीति में सट्टा बाजार का जोर है. ऐसे ही क्रिकेट में भी शुरू हो जाने से ‘जोड़-तोड़' और ‘फिक्सिंग' का वो खेल मैदान में शुरू हो गया है. इसलिए वहां खेल की जीत होती है या फिक्सिंग जीतती है इसे लेकर संशय रहता ही है. इसलिए गडकरी द्वारा महाराष्ट्र के राजनीतिक खेल को क्रिकेट का रोमांचक खेल की उपाधि देना ठीक ही है. 

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