- पुणे में 4 बजे NCP नेताओं की बैठक
- बैठक की अध्यक्षता करेंगे शरद पवार
- देर शाम दिल्ली रवाना होंगे पवार
महाराष्ट्र की सियासत में लगातार गरमाहट बनी हुई है. अब तक सरकार गठन पर तस्वीर साफ़ नहीं हुई है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस तीनों ने मिलकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम बना लिया है. सभी पार्टियां उसपर विचार कर रही हैं. इस बीच खबर है कि आज शाम 4 बजे पुणे में एनसीपी नेताओं की बैठक होनी है. इस बैठक में 21 नेता शामिल होंगे और बैठक की अध्यक्षता शरद पवार करेंगे. NCP नेता नवाब मलिक ने एनडीटीवी को बताया है कि इस बैठक में महाराष्ट्र के मौजूदा हालात पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा होगी. इस बैठक के बाद पवार दिल्ली रवाना होंगे. हालांकि उन्होंने साफ किया है कि पवार की दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से कोई बैठक तय नहीं है, ऐसे में किसी बैठक के रद्द होने का सवाल ही नहीं है. आपको बता दें कि कल ही नवाब मलिक ने कहा था कि पवार दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे.
संसद में विपक्ष में नजर आ सकती है शिवसेना, संजय राउत ने कहा-NDA की बैठक में भी नहीं लेंगे हिस्सा
NCP नेता नवाब मलिक ने एनडीटीवी को ये भी बताया है कि मंगलवार यानी 19 नवंबर को कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच बैठक होनी है. जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि सरकार गठन में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं. दूसरी तरफ, महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद के बीच बीजेपी से तनातनी के बाद शिवसेना अब राज्यसभा में विपक्ष में बैठी नजर आ सकती है. जानकारी के मुताबिक शिवसेना से रिश्ते बिगड़ने के बाद राज्यसभा में सांसदों की बैठने की व्यवस्था में बदलाव देखे जा सकते हैं. शिवसेना के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि राज्यसभा में हम विपक्ष में बैठेंगे. शिवसेना ने संसद के 18 नवम्बर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को दिल्ली में होने वाली NDA घटक दलों की बैठक में शिवसेना के हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है.
टल सकती है शरद पवार और सोनिया गांधी के बीच रविवार को होने वाली बैठक, ये है वजह...
संजय राउत ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि NDA घटक दलों की मीटिंग 17 नवंबर को बुलाई गई है. हमने पहले ही तय किया था कि बैठक में बैठने के बजाय हम महाराष्ट्र के विकास को तरजीह देंगे. हमारे सांसद ने केंद्र सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. संजय राउत ने कहा कि आज की NDA और पुरानी NDA में बड़ा अंतर है. लाल कृष्ण आडवाणी, जैसे पुराने नेता अब पार्टी में सक्रिय नहीं हैं. हालांकि भाजपा और शिवसेना दोनों ने गठबंधन तोड़ने की आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की है.लेकिन जब उनसे पूछा गया कि आपने अब तक एनडीए से अलग होने का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है तो क्या आपके इस फैसले के बाद ऐसा माना जाए कि आप एनडीए का हिस्सा नहीं है तो इस सवाल के जवाब में संजय राउत ने कहा कि आप ऐसा कह सकते हैं इसमें कोई समस्या नहीं है. आज की एनडीए और पुरानी एनडीए में अंतर है.
Video: नवाब मलिक ने कहा- बीजेपी के पास अगर संख्या बल है तो क्यों नहीं बनाते सरकार
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं