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माता-प‍िता की एक जैसी सोच बच्‍चों को करती है प्रभाव‍ित, डॉक्‍टर जमाल खान ने समझाएं इसके फायदे अनेक

Parenting On Same Page: बच्चों को डांटते समय अगर आप और आपका पार्टनर एक ही जैसी सोच रखता है तो उसका बच्चों पर अलग ही तरह से असर पड़ता है. इस तरीके को कहते हैं पेरेंटिंग ऑन सेम पेज

माता-प‍िता की एक जैसी सोच बच्‍चों को करती है प्रभाव‍ित, डॉक्‍टर जमाल खान ने समझाएं इसके फायदे अनेक
सेम पेज पेरेंटिंग से परवर‍िश करें अपने बच्‍चे की.

Parenting On Same Page: मियां बीवी में झगड़े होना या मतभेद होना आम बात है. लेकिन मम्मी पापा बनने के बाद अगर बच्चों के सामने भी मतभेद नजर आते रहे तो मुश्किल हो सकती है. अच्छी पेरेंटिंग का अहम नियम ये है कि बच्चों के सामने माता पिता एकमत नजर आए. अंग्रेजी में एक फ्रेज है ऑन सेम पेज (On Same Page). जिसका शाब्दिक अर्थ तो है कि एक पेज पर होना लेकिन इसका मतलब है एकमत या एकराय होना. पेरेंट्स के लिए बेहद जरूरी है. चलिए एक्सपर्ट से ही समझते हैं पेरेंटिंग (Bachon Ko Sahi Galat Kaise Sikhayen) ऑन सेम पेज क्या है और क्यों जरूरी है.

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क्या है पेरेंटिंग ऑन सेम पेज?

डॉ. जमाल खान ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें उन्होंने पेरेंटिंग से जुड़ी अहम टिप शेयर की है. इस वीडियो में डॉ. जमाल खान कहते हैं कि बच्चों के सामने हमेशा पेरेंट्स को एक मत होना चाहिए या कम से कम चुप रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर मां डांट रही है और पिता टोके या पिता के डांटने पर मां ये कहे कि उसे परेशान मत करो खाना खाने दो. तब बच्चे का इस बात पर बेहद गलत असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि बच्चे बहुत इंटेलिजेंट होते हैं. इसलिए ध्यान रखें कि जब मां बेटी को डांटे या पिता बेटे को डांटे तब दूसरे पेरेंट को शांत रहना चाहिए. इसे कहते हैं पेरेंटिंग ऑन सेम पेज यानी बच्चों के सामने ये जताना कि उनकी किसी बात पर या किसी हरकत पर माता पिता एक जैसी सोच या नजरिया रखते हैं. 

पेरेंटिंग ऑन सेम पेज के फायदे (Benefits of Parenting on Same Page)

1. बच्चे को स्पष्ट दिशा मिलती है

जब माता-पिता एक जैसा बर्ताव करते हैं, तो बच्चा समझता है कि क्या सही है और क्या गलत. उसे नियमों को लेकर कोई भ्रम नहीं होता.

2. बच्चे होते हैं अनुशासित

पेरेंट्स का एक जैसा तरीका और सोच बच्चों में जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना बढ़ाता है. बच्चा ये जानता है कि कोई भी गलती करेगा तो दोनों पेरेंट्स एक ही तरह से रिएक्ट करेंगे.

3. बच्चों को सुरक्षा का अहसास होता है

जब माता-पिता आपस में सहमत होते हैं और साथ मिलकर फैसले लेते हैं, तो बच्चा खुद को सुरक्षित भी महसूस करता है.

4. माता-पिता के बीच टकराव कम होता है

एक ही सोच पर रहना माता-पिता के बीच झगड़े या बहस को कम करता है. इससे घर का माहौल पीसफुल और पॉजिटिव रहता है.

5. बच्चा माता-पिता को बराबर सम्मान देता है

जब दोनों की बातों में समानता होती है, तो बच्चा दोनों को बराबर सम्मान देता है. 

6. बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है

स्टेबल और एक जैसी परवरिश से बच्चों के अंदर आत्मविश्वास आता है, क्योंकि उन्हें ये भरोसा रहता है कि उनके पेरेंट्स हमेशा एक टीम की तरह उनके पीछे हैं.

सेम पेज पर कैसे रहें?
  •  आपस में बातचीत करें
  •  बच्चे के सामने बहस ना करें
  •  रोल्स बांट लें और जिम्मेदारी साझा करें
  •  एक-दूसरे के फैसलों का समर्थन करें
  •  बच्चे की बात भी सुनें और उसे शामिल करें
  •  परिस्थिति के अनुसार लचीलापन दिखाएं
  •  एक-दूसरे से सीखते रहें

प्रस्‍तुत‍ि: रोह‍ित कुमार 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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