विज्ञापन
This Article is From Aug 22, 2022

कहीं आपको भी तो प्यार में नहीं हो गया है इमोशनल एडिक्शन, जानिए किस तरह इससे निकला जा सकता है बाहर 

Emotional Addiction in Love: प्यार में इमोशनल एडिक्शन होने पर सामान्य रिश्ते बोरिंग लगने लगते हैं और व्यक्ति गलत को सही मानने लगता है. आप भी इस एडिक्शन के शिकार हैं तो जान लें इसे खत्म कैसे किया जाए. 

कहीं आपको भी तो प्यार में नहीं हो गया है इमोशनल एडिक्शन, जानिए किस तरह इससे निकला जा सकता है बाहर 
How to stop emotional addiction: इस तरह रोका जा सकता है रिलेशनशिप में इमोशनल एडिक्शन. 

Emotional Addiction: आपने जिंदगी में कई तरह के एडिक्शन के बारे में सुना होगा, सिगरेट का एडिक्शन, मोबाइल का एडिक्शन, पबजी का एडिक्शन या फिर सोशल मीडिया का एडिक्शन, लेकिन क्या कभी इमोशनल एडिक्शन के बारे में सुना है. असल में हम में से बहुत से लोगों को यह इमोशनल एडिक्शन होता है जो ना सिर्फ हमारे पारिवारिक रिश्तों को प्रभावित करता है बल्कि प्यार और रिलेशनशिप्स (Relationships) के टूटने का कारण भी बनता है. इमोशनल एडिक्शन को इस तरह समझा जा सकता है कि जब हम इस तरह के वातावरण में बड़े होते हैं जहां हमारा शरीर डर, शर्म, स्ट्रेस और दुख का आदि हो जाता है तो हम ना चाहते हुए भी सामान्य महसूस करने के लिए इन इमोशन्स या भावों पर निर्भर हो जाते हैं. और जब ये इमोशन हमें नहीं मिलता तो हमें लगता है कि जिंदगी में किसी चीज की कमी है. नेगेटिन इमोशन (Negative Emotions) के लिए भी व्यक्ति तड़पने लगता है जिससे उसे अपनी सामान्य और खुशमिजाज रिलेशनशिप भी बोरिंग या उदासीन लगने लगती है. 


इस इमोशनल एडिक्शन के कारण ही बहुत से लोगों को अपने पार्टनर (Partner) से लड़ाई-झगड़ा अच्छा लगने लगता है. यह इमोशनल एडिक्शन व्यक्ति के अंदर गहराई तक अपनी पैठ बना लेता है जो बिना किसा ड्रामा, मुश्किल या फिर दुख के उन्हें किसी से गहरे रिश्ते बनाने से रोकता है. इसलिए इस इमोशनल एडिक्शन से बाहर निकलना जरूरी है ताकि गुस्से, डर, दर्द और धोखे को व्यक्ति समान्य ना समझे. 

Diabetes होने पर पैरों में दिखने लगते हैं ये 5 संकेत, वक्त रहते कर लीजिए बढ़ते ब्लड शुगर लेवल्स की पहचान


इमोशनल एडिक्शन को कैसे रोकें | How To Stop Emotional Addiction 

खुशी महसूस करें 


आपको इमोशनल एडिक्शन के कारण खुश होने से भी डर लगने लगता है या फिर खुशी नॉर्मल नहीं लगती है. इस फीलिंग (Feeling) को खुद पर हावी ना होने दें और खुद को खुश होने का मौका दें और समझें कि आप किसी के साथ सामान्य स्थिति में भी खुशी महसूस कर सकते हैं. 

भाव समझना 

अगर आपको  लगता है कि आपको सिर्फ गलत या असमान्य स्थिति में ही अच्छा लगता है तो खुद जानकर लड़ाई-झगड़ों में कंफर्ट ना ढूंढें बल्कि अच्छे भावों को समझें और अपने पार्टनर की फीलिंग्स को रिफ्लेक्ट करें. 

'हिट' इमोशन को सबझें 

अगर आपको किसी दुखी इमोशन से ही 'हिट' या कहें 'किक' मिलती है तो उस इमोशन की पहचान करें और उससे बचने की कोशिश करें. 

जिसपर भरोसा हो उससे करें बात 

अपने इमोशनल एडिक्शन की पहचान के लिए आप अपने किसी करीबी दोस्त से पूछ सकते हैं कि आपकी कौनसी आदते हैं जो इमोशनल एडिक्शन को दर्शाती हैं. यह जानकर आप उन कामों को करने से परहेज कर सकते हैं. 


 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

बुढ़ापे से पहले इन 6 जगहों की कर लीजिए सैर, घूमने के लिए बेस्ट हैं ये कम खर्च वाली Travel Destinations

'विक्रम वेधा' के ट्रेलर के स्पेशल प्रिव्यू पर साथ नजर आए ऋतिक रोशन और सबा आजाद

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com