Jyada chalne se kya fayda hota hai : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में चलना, खड़ा रहना और तनाव लेना हमारी रोजमर्रा की आदतों में शामिल हो चुका है. फिट रहने के लिए लोग घंटों पैदल चलते हैं, काम की वजह से लंबे समय तक खड़े रहते हैं. आमतौर पर हमें लगता है कि चलना जितना ज्यादा होगा उतना फायदा होगा, लेकिन हर चीज की एक सीमा होती है. जरूरत से ज्यादा चलना, देर तक खड़ा रहना और लगातार तनाव लेना शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकता है. यही वजह है कि इन आदतों के फायदे और नुकसान दोनों को समझना बेहद जरूरी है.
ज्यादा देर तक खड़ा रहने से क्या होता है? (Effects of Standing Too Long)
लंबे समय तक खड़े रहने से पैरों में सूजन, कमर दर्द और नसों में खिंचाव की समस्या हो सकती है. इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और थकान जल्दी महसूस होने लगती है. कई लोगों को पैरों में झनझनाहट भी महसूस होती है.
ज्यादा चलने से कौन सी बीमारी होती है? (Diseases Caused by Excessive Walking)
जरूरत से ज्यादा पैदल चलने से सबसे पहले असर पैरों और घुटनों पर पड़ता है. लंबे समय तक चलने से घुटनों में दर्द, एड़ी में सूजन और पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या हो सकती है. कई लोगों में प्लांटर फैसिआइटिस जैसी परेशानी देखी जाती है, जिसमें एड़ी के नीचे तेज दर्द महसूस होता है. अगर शरीर को पर्याप्त आराम न मिले तो जोड़ों में सूजन भी बढ़ सकती है.

ज्यादा पैदल चलने से क्या नुकसान होता है? (Side Effects of Too Much Walking)
हद से ज्यादा चलने पर शरीर थकान से उबर नहीं पाता. इससे पैरों में भारीपन, जकड़न और कभी-कभी लोअर बैक पेन की शिकायत शुरू हो जाती है. कुछ लोगों में नींद की समस्या भी बढ़ जाती है क्योंकि शरीर लगातार ओवरवर्क मोड में रहता है.
चलने से कौन सी बीमारी ठीक होती है? (Diseases Improved by Walking)
अगर सही मात्रा में और सही तरीके से वॉक की जाए तो इसके फायदे बहुत हैं. रोजाना हल्की से मध्यम वॉक करने से वजन कंट्रोल में रहता है, ब्लड प्रेशर संतुलित होता है और दिल की सेहत बेहतर रहती है. डायबिटीज के मरीजों के लिए भी नियमित चलना फायदेमंद माना जाता है.
ज्यादा टेंशन लेने से कौन सी बीमारी होती है? (Diseases Caused by Stress)
लगातार टेंशन लेने से सिरदर्द, नींद न आना, एसिडिटी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ज्यादा तनाव लंबे समय में दिल से जुड़ी बीमारियों और डिप्रेशन का कारण भी बन सकता है.
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