Teeth Whitening: सफेद चमकदार दांत आपकी मुस्कुराहट को और खूबसूरत बना देते हैं. वहीं, पीले दांत मुस्कुराहट तो छीनते ही हैं साथ ही मुंह से बदबू भी आने लगती है. ऐसे में आप दांतों को सफेद (Teeth whitening) कराने की ओर रुख करते हैं. लेकिन, दांतों को साफ कराना पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है खासकर तब जब आपके दांत ज्यादा संवेदनशील हों. टीथ वाइटनिंग कराने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए ऐसा कराने से पहले इसके कुछ नुकसान हैं जिनके बारे में अगर आप जान लें तो अच्छा है.
दांतों को सफेद कराने के ये हैं 4 नुकसान | 4 disadvantage of Teeth whitening
दांतो में झनझनाहट की समस्यादांतों को सफेद कराने से आप जब भी कुछ ठंडा और गर्म खाएंगे तो आपको तेज झनझनाहट का एहसास होगा क्योंकि दांतों की वाइटनिंग के दौरान ब्लीचिंग एजेंट (Bleaching Agent) का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में अगर आपके दांत पहले से ही संवेदनशील (Sensitive) हैं या आपको दांतों में कोई और समस्या है तो ये ट्रीटमेंट कराने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें और उन्हें अपने दांतों की पिछली सभी समस्या को विस्तार से बताएं जिससे आपका ट्रीटमेंट सही तरीके से हो सके.
पेट और गले में हो सकती है जलनबहुत से लोगों को दांत सफेद कराने के बाद गले व पेट में जलन महसूस होती है. अगर आपको भी ऐसी परेशानी महसूस होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानें. टीथ वाइटनिंग कराने के 48 घंटे बाद ये लक्षण कम हो सकते हैं.
मनचाहा परिणाम नहीं मिलताकई बार ऐसा भी देखने को मिला है कि लोग जल्दी-जल्दी में दांतों को सफेद तो करा लेते हैं, लेकिन बाद में दांत सफेद होने के बजाए धुंधले या ग्रे से दिखने लगते हैं. ऐसे में आपके दांत पहले से और ज्यादा खराब नजर आते हैं. साथ ही, अगर आपके दांतों पर कैप, क्राउन, विनियर या फिलिंग्स हैं तो उस पर वाइटनिंग सॉल्यूशन काम नहीं करेगा.
मसूड़ों में हो सकती है जलनइसके अलावा वाइटनिंग के दौरान लगाए जाने वाले घोल में पेरोक्साइड का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण मसूड़ों में दर्द या जलन महसूस हो सकती है. इससे ऊतकों में सूजन और जलन की परेशानी हो सकती है. कई बार तो मसूड़ों से खून भी आने लगता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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