
What Is Right Time To Sleep: वृंदावन के केली कुंज वाले प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) अपने प्रवचन और सीख (Preaching) के लिए काफी मशहूर हैं. वो अपने भक्तों (Followers) को सदमार्ग पर चलने की शिक्षा देते हैं. उनके दर्शन के लिए दुनियाभर (World Wide) से लोग आते हैं. रात को उनके दर्शन पाने के लिए वृंदावन में हजारों की भीड़ जमा हो जाती है. प्रवचन के दौरान भक्त उनसे अपने जीवन से जुड़े सवाल करते हैं, जिनके जवाब महाराज जी देते हैं. ये सवाल आम जिंदगी, पढ़ाई, परिवार, रिश्ते और कर्मों से जुड़े होते हैं. उनके इसी प्रवचन के दौरान एक भक्त ने उनसे सवाल किया कि "मैं देर रात तक पढ़ाई (Late Night Study) करता है, इसलिए मैं सुबह देर से यानी 9 बजे सोकर उठता हूं. क्या ये मेरी टाइमिंग सही है?"
सोने और उठने का सही समय क्या
इसके जवाब में प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि सुबह 9 बजे सोकर उठना शास्त्रीय पद्धति के खिलाफ है. उन्होंने विद्यार्थी को बताया कि देर से उठना आपके स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है. महाराज जी ने आगे कहा कि अगर ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे से लेकर 6 बजे तक सोया जाए तो ब्रह्मचर्य की हानि होने की विशेष संभावना होती है.अपनी बात को आगे समझाते हुए महाराज जी ने कहा कि देर से सोकर उठने से आयु, श्री, कीर्ति और तेज इन सबकी हानि होती है. महाराज जी के मुताबिक जब सूर्य देव पधार रहे होते हैं तो हम सो रहे होते हैं. इसलिए कोशिश की जाए तो देर तक सोकर न उठें.
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कितने घंटे की नींद जरूरी
एक दिन में कितने घंटे की नींद जरूरी है, इस पर भी महाराज जी ने कहा है. उन्होंने कहा कि अगर बहुत व्यस्त शरीर है, जैसे- कोई किसान है, व्यापारी है तो उसके लिए 7 घंटे की नींद बेहद पर्याप्त है.दिनचर्या को लेकर उन्होंने बताया कि सुबह 4 बजे उठना चाहिए. उसके बाद स्नान करना चाहिए. फिर व्यक्ति को व्यायाम और प्राणायाम करना चाहिए. फिर संभव हो सके तो पढ़ाई करने की कोशिश करें. महाराज जी ने कहा कि शास्त्र आज्ञा के मुताबिक 11 बजे से पहले सुबह आहार ले लेना चाहिए. ब्रह्म मुहूर्त में जगने वाले बच्चों में एक अलग तेज होता है.
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