
Parenting Tips: 'भारत में हम लोग वसुधैव कुटुम्बकम को मानतें हैं. हम एक दुनिया एक परिवार की बात करते हैं, लेकिन आज हमारे खुद के परिवार ही टूट रहे हैं. आज के समय में बच्चे अपने मां-बाप से दूर रहने लगे हैं.' ये टिप्पणी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस पंकज मित्तल और एस.वी.एन. भट्टी की बेंच ने की. एक केस की सुनवाई करने के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने देश में कमजोर होते रिश्तों और बिखरते परिवार को लेकर चिंता जाहिर की. ऐसे में आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं इस तरह कमजोर होते रिश्तों की वजह क्या है और क्या कोई तरीका है, जिससे इन रिश्तों को वापस जोड़ने में मदद मिल सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
मामले को लेकर NDTV के स्पेशल शो 'हम लोग' में बातचीत करते हुए रिलेशनशिप काउंसलर निशा खन्ना ने बताया, 'मां-बाप और बच्चों के बीच कमजोर रिश्ते के कई कारण हो सकते हैं. हालांकि, इन तमाम कारणों में एक सामान्य वजह यह है कि माता-पिता बचपन से ही अपने बच्चों के साथ एक मजबूत रिश्ता नहीं बना पाते हैं.'
रिलेशनशिप काउंसलर बताती हैं, आज के समय में मां-बाप खासकर पिता अपने कामों में इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास बच्चों के साथ बातचीत करने तक का टाइम नहीं होता है. वे अपने खुद के बच्चों के साथ समय नहीं बिता पाते हैं, न ही उनके हाल-चाल पूछते हैं. इसके चलते बच्चों और माता-पिता के बीच वो गहरा और मजबूत रिश्ता नहीं बन पाता है, जो होना चाहिए. खासकर बच्चे अपने पिता के साथ घुल-मिल नहीं पाते हैं, जिससे बचपन से ही उनके बीच वो बॉन्ड नहीं बन पाता है.'
कैसे सुधार सकते हैं रिश्ते?इस सवाल को लेकर निशा खन्ना बताती हैं, अगर हमें अपने परिवार को फिर से जोड़ना है और बच्चों के साथ मजबूत रिश्ते बनाने हैं, तो सबसे पहले हमें अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने होंगे.
समय देना है जरूरीमाता-पिता को बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए. सिर्फ रात के खाने के समय या स्कूल की मीटिंग तक सीमित न रहें, इससे अलग बच्चों के साथ बातचीत का
टाइम निकालें. छोटे-छोटे पल भी रिश्तों को मजबूत बना सकते हैं. इन्हीं पलों से आपके और आपके बच्चे के बीच का बॉन्ड स्ट्रांग होगा.
बच्चों के साथ सिर्फ बात न करें, उन्हें सुनें भी. उनकी सोच, उनकी समस्याओं और उनकी खुशियों को समझने की कोशिश करें. जब बच्चे महसूस करेंगे कि उनके माता-पिता उन्हें समझते हैं, तो उनका विश्वास और प्यार बढ़ेगा.
बच्चों की दुनिया में शामिल होंबच्चों के स्कूल, उनकी हॉबीज और उनके दोस्तों के बारे में जानने की कोशिश करें. ऐसा करने से आपको उन्हें और उनली लाइफ को समझने में मदद मिलेगी, साथ ही बच्चे भी आपको अपनी लाइफ का जरूरी हिस्सा मानेंगे, जिससे आपके रिश्ते में गहराई आएगी.
पेशेंस है जरूरीबच्चों के साथ रिश्ते में पेशेंस यानी धैर्य का होना बहुत जरूरी है. अगर बच्चे किसी बात को गलत समझ रहे हैं या गलत कर रहे हैं, तो उन्हें प्यार से समझाएं और उनके नजरिए को समझने की कोशिश करें.
ऑफलाइन समय बिताएंआजकल डिजिटल दुनिया में बच्चों के पास स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के जरिए कई डिस्ट्रैक्शन हैं. ऐसे में जितना हो सकते माता-पिता को बच्चों के साथ ऑलाइन समय बिताना चाहिए, ताकि वे एक-दूसरे से ज्यादा जुड़ सकें.
इन कुछ खास बातों को अपनाकर आप अपने परिवार के रिश्तों को फिर से मजबूत बना सकते हैं. बच्चों को यह महसूस कराना कि उनके माता-पिता उनके साथ हैं, उनकी मदद करना और उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाना, एक बेहतर परिवार की नींव रखने में मदद करेगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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