Sleep Time: दिन भर की भागदौड़ के बाद रात को सुकून भरी नींद (sleep)दिमाग के साथ साथ सेहत के लिए भी जरूरी होती है. देखा जाए तो गहरी और अच्छी नींद पूरे दिन को मैनेज करती है और इससे दिन भर के लिए एनर्जी मिलती है. डॉक्टर कहते हैं कि नींद के घंटों के हिसाब से देखा जाए तो हर उम्र के व्यक्ति के लिए नींद के अलग अलग घंटे निर्धारित रहते हैं. ऐसे में लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि वो कितना (how much sleep for according to age )घंटे सोकर स्वस्थ रह सकते हैं. चलिए यहां जानते हैं कि किस उम्र के व्यक्ति को कितनी नींद लेनी चाहिए.
किस के लिए कितनी नींद है जरूरी | How much sleep for according to age
नेशनल स्लीप फाउंडेशन ने उम्र के हिसाब से नींद के घंटों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि हर उम्र के व्यक्ति को अलग अलग नींद की जरूरत होती है. ये रिपोर्ट बताती है कि जहां नवजात शिशु को दिन में 14 से 17 घंटे की नींद जरूर मिलनी चाहिए.
- एक से दो साल के बच्चों को एक दिन में 11 से 14 घंटे सोना चाहिए. तीन से पांच साल के बच्चे को दिन में कम से कम दस घंटे से तेरह घंटे की नींद लेनी ही चाहिए. रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच साल से ऊपर और 13 साल से नीचे के बच्चों को 9 से 11 घंटे की नींद सही रहती है. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि बच्चों को विकास के लिए नींद की काफी जरूरत होती है. इसलिए छोटे बच्चों को और बढ़ते बच्चों को जरूरी नींद जरूर लेनी चाहिए.
- 14 साल से बच्चों की किशोरावस्था शुरू हो जाती है. 14 से 17 साल के किशोरों को एक दिन में 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए. 18 साल से 25 साल के बीच वयस्क आते हैं. इस उम्र के लोगों को 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
- इसके बाद 26 साल से ऊपर और 64 साल से नीचे के लोगों को भी सात से नौ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. इसके बाद वृद्ध आते हैं.
- 65 साल से ऊपर के लोगों को सात से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए. कहा गया है कि 65 साल के बाद लोगों को अगर नींद कम आती है तो वो दो चरणों में नींद ले सकते हैं. कुछ नींद रात में लेनी चाहिए और कुछ नींद वो दिन में ले सकते हैं.
कम और ज्यादा नींद सेहत का कर सकती है नुकसान | less and more sleep can harm health
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि जिस तरह विकास के लिए बच्चों को ज्यादा नींद आती है, उसी तरह बड़े बूढ़ों को कम नींद आती है. लेकिन वयस्कों को कम नींद लेने पर काफी नुकसान उठाने पड़ते हैं. कम नींद से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है और शरीर की दूसरी सेल्स पर भी असर होता है. कम नींद लेने पर शरीर के मिनरल्स कम हो जाते हैं और हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं. वहीं जरूरत से ज्यादा नींद भी दिमाग पर असर डालती है. ज्यादा नींद से सुस्ती के साथ साथ एनर्जी की कमी हो जाती है.
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