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क्या बच्चों को खांसी-जुकाम होने पर ब्रांडी पिलाना सेफ है? पीडियाट्रिशियन ने बताया बस एक ढक्कन से कैसा होता है असर

Does brandy help in cough: कई लोगों का मानना होता है कि केवल एक ढक्कन ब्रांडी देने से बच्चों की सर्दी-खांसी जल्दी ठीक हो जाती है. ऐसे में वे रात को सोने से पहले बच्चे को थोड़ी मात्रा में ब्रांडी दे देते हैं, लेकिन क्या ऐसा करना सेफ है? आइए जानते हैं डॉक्टर से-

क्या बच्चों को खांसी-जुकाम होने पर ब्रांडी पिलाना सेफ है? पीडियाट्रिशियन ने बताया बस एक ढक्कन से कैसा होता है असर
बच्चों को खांसी-जुकाम होने पर ब्रांडी पिलाना सेफ है?

Does brandy help in cough: मौसम बदलने पर सर्दी-जुकाम होना आम बात है. खासकर बच्चे सर्दी-जुकाम की चपेट में जल्दी आ जाते हैं. अब, उन्हें जल्दी ठीक करने के लिए पैरेंट्स कई अलग-अलग नुस्खे अपनाते हैं. इन्हीं में से एक है ब्रांडी पिलाना. कई लोगों का मानना होता है कि केवल एक ढक्कन ब्रांडी देने से बच्चों की सर्दी-खांसी जल्दी ठीक हो जाती है. ऐसे में वे रात को सोने से पहले बच्चे को थोड़ी मात्रा में ब्रांडी दे देते हैं, लेकिन क्या ऐसा करना सेफ है? इसे लेकर मशहूर पीडियाट्रिशियन रवि मलिक ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. आइए जानते हैं डॉक्टर क्या कहते हैं- 

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कितना सही है बच्चे को ब्रांडी देना?

डॉक्टर रवि मलिक कहते हैं, बच्चों के लिए ब्रांडी न तो सुरक्षित है और न ही सर्दी-खांसी का इलाज. पीडियाट्रिशियन ने वीडियो में साफ चेतावनी दी है कि ब्रांडी की एक बूंद भी बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है. वे कहते हैं, 
बच्चों का शरीर अभी पूरी तरह विकसित नहीं होता है. उनका लिवर, दिमाग और इम्यून सिस्टम धीरे-धीरे ग्रो करता है. ऐसे में अल्कोहल जैसी चीज उनका शरीर ठीक से मेटाबॉलाइज नहीं कर पाता है.

लिवर पर नुकसान

बच्चों का लिवर अल्कोहल को तोड़ने की क्षमता नहीं रखता. इससे लिवर पर तनाव आता है और लंबे समय में गंभीर दिक्कतें हो सकती हैं.

दिमाग पर खराब असर

अल्कोहल की थोड़ी मात्रा भी बच्चों के ब्रेन पर असर डालती है, जिससे सुस्ती, चक्कर या बेहोशी जैसी स्थिति बन सकती है.

लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया)

ब्रांडी लेने से शुगर लेवल तेजी से गिर सकता है. इससे बच्चे को कंपकंपी, पसीना, कमजोरी और गंभीर मामलों में दौरे तक पड़ सकते हैं.

सांस लेने में दिक्कत

कई मामलों में अल्कोहल से रेस्पिरेटरी डिप्रेशन यानी सांस धीमी पड़ने का खतरा बढ़ जाता है.

डॉक्टर मलिक कहते हैं, ब्रांडी को दवा समझना सिर्फ एक मिथ है. सर्दी-खांसी अपने आप ठीक होने वाली वायरल बीमारी है, जिसके लिए आराम, गर्म पानी, भाप और डॉक्टर की सलाह से दवाएं काफी होती हैं. ब्रांडी न तो इम्यून सिस्टम बढ़ाती है और न ही वायरस को खत्म करती है. 

फिर क्या करें?
  • अगर बच्चा सर्दी-जुकाम से परेशान है, तो उसे गर्म सूप, सादा पानी और तरल पदार्थ दें.
  • भाप (स्टीम) देने से कंजेशन में राहत मिलती है.
  • कमरे की हवा साफ और नमी वाली रखें.
  • बहुत छोटे बच्चों के लिए नाक साफ करने में सलाइन ड्रॉप मदद करती है.
  • वहीं, बुखार, सांस में परेशानी या लगातार खांसी हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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